Unique wedding: ”प्यार करनेवाले कभी डरते नहीं, जो डरते हैं वह प्यार करते नहीं…” बांका की जोड़ी ने ऐसा ही ऐसा ही कर दिखाया है. दोनों प्यार करनेवाले भागलपुर के एक मंदिर में विवाह रचाया. इस अनोखे विवाह में ना बैंड बाजा था और ना ही बराती. मात्र 10 मिनट में ही दूल्हे ने दुल्हन के साथ सात फेरे लेकर एक दूजे के हो गये.
कहा जाता है, ”दो प्यार करनेवालों पर दुनिया जब-जब पहरे लगायेगी, मोहब्बत बढ़ती जायेगी…” जी हां! इसी तर्ज पर बांका के बड़ी खोजरी गांव के भुवनेश्वर चौहान के पुत्र छोटू कुमार और बांका के ही शंभूगंज प्रखंड के रमचूआ गांव के रहनेवाले नकुल पासवान की बेटी सीमा ने भागकर शहर के कचहरी कंपाउंड स्थित शिव मंदिर में विवाह रचाया.
Also Read: Historical moment: रेल सफर शुरू होते ही 88 साल बाद एक हुई मिथिला, समृद्धि और आर्थिक विकास का खुला द्वारदोनों प्रेमियों के विवाह के गवाह राह चलते राहगीर हुए. लोगों ने अनोखी शादी की तस्वीर भी अपने मोबाइल में कैद किये. मात्र 10 मिनट के अंदर हुए इस विवाह के बाद दूल्हा-दुल्हन ने एक-दूसरे को मिठाई खिला कर मुंह मीठा कराया. विवाह लड़की की मर्जी से हुई है. उसने कहा कि वह इस विवाह से बहुत खुश है.
Also Read: Darbhanga Saharsa Train: ऐतिहासिक पल के साक्षी बने यात्री, बोले- कोसी में हुआ नया सवेरा, सपना हुआ साकारविवाह को लेकर प्रेमी छोटू कुमार का कहना है कि ”हम दोनों के बीच एक साल से प्यार चल रहा था. लड़की के घरवाले उसका विवाह दूसरी जगह करना चाह रहे थे. यह फैसला हमदोनों को मंजूर नहीं था. आज हमदोनों घर से भाग गये और यहां आकर शादी कर ली.” मालूम हो कि लड़का अभी कोई काम नहीं करता है.
Also Read: New rail line: मिथिलांचल के कोसी और कमला क्षेत्र में बढ़ेगा मछली और मखाना का व्यापार, सृजित होंगे रोजगारप्रेमी का कहना है कि अगर घर वाले विवाह को मान्यता नहीं देंगे, तो वह यहीं रह कर कोई काम-धंधा करेगा और अपना घर यहीं पर बसा लेगा. वहीं लड़की भी इस विवाह से खुश है. इस अनोखे विवाह में राह चलते लोग बराती थे. वहीं, प्रेमी ने प्रेमिका की मांग में सिंदूर भर कर साथ जीने-मरने का वादा किया है.