बिहार कृषि विश्वविद्यालय एवं जिला कृषि विभाग का प्रयास
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भागलपुरी कतरनी का जीआइ रजिस्ट्रेशन अंतिम चरण में
बिहार कृषि विश्वविद्यालय एवं जिला कृषि विभाग का प्रयास देश भर में बिखरेगी भागलपुरी कतरनी की खुशबू, कतरनी में मिलावट को रोकने के लिए तैयार किये 1600 क्विंटल बीज भागलपुर : भागलपुरी कतरनी के नाम से ब्रांडिंग की तैयारी सरकारी स्तर शुरू हो गयी है. जीआइ रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. लगभग दो […]
देश भर में बिखरेगी भागलपुरी कतरनी की खुशबू, कतरनी में मिलावट को रोकने के लिए तैयार किये 1600 क्विंटल बीज
भागलपुर : भागलपुरी कतरनी के नाम से ब्रांडिंग की तैयारी सरकारी स्तर शुरू हो गयी है. जीआइ रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. लगभग दो माह में यह प्रक्रिया भी पूरी हो जायेगी. इससे भागलपुरी कतरनी का नकल देश के किसी स्थान पर नहीं किया जा सकेगा. भागलपुरी कतरनी की अपनी पहचान होगी. इसके नाम से कोई गड़बड़ी नहीं होगी. उक्त बातें जिला कृषि पदाधिकारी अरविंद कुमार झा ने बुधवार को जिला कृषि विभाग कार्यालय में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए कही.
उन्होंने बताया की शीघ्र ही वेबसाइट पर कतरनी उत्पादकों की सूची तैयार कर उनका नाम डाला जायेगा. साथ ही असली कतरनी की खरीद के लिए शीघ्र ही दुकान खोलने की तैयारी की जा रही है, ताकि कतरनी का पहचान लोगों के बीच फैल सके और व्यापक स्तर पर बाजार तैयार किया जा सके. चूंकि कतरनी में मिलावट होने से कतरनी की विशेषता घटती जा रही है.
फिलहाल 250 किसानों को चिह्नित किया गया है.
कतरनी उत्पादक क्षेत्र : कतरनी उत्पादन के लिए भागलपुर के जगदीशपुर, सुलतानगंज, मुंगेर के तारापुर, बांका के रजौन, अमरपुर एवं जमुई के कुछ खास क्षेत्रों को चिह्नित किया गया है. यहां पर अधिकतर किसान अलग-अलग कारणों से कतरनी की खेती करना छोड़ चुके हैं, जबकि यहां पर कतरनी की खेती बेहतर हो सकती है. इस बार पूरे जिले में 496 एकड़ में कतरनी की खेती हुई. प्रति एकड़ 16 क्विंटल के हिसाब से 7936 क्विंटल कतरनी धान का उत्पादन हुआ.
बना भागलपुरी कतरनी उत्पादक संघ :आत्मा के उप परियोजना निदेशक प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि जिला कृषि विभाग के निर्देशन में कतरनी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए बड़े कतरनी उत्पादकों का 12 सदस्यीय संघ बनाया गया. इसमें अध्यक्ष मुंगेर तारापुर के सुबोध चौधरी को एवं सचिव जगदीशपुर के राजकुमार पंजियारा को बनाया गया.
शीघ्र भागलपुरी कतरनी बीज की होगी लांचिंग
जिला कृषि पदाधिकारी श्री झा ने बताया कि कतरनी को लेकर जिला प्रशासन ने कार्ययोजना तैयार की है. बिहार कृषि विश्वविद्यालय एवं जिला कृषि विभाग भागलपुरी कतरनी के नाम से बीज की लांचिंग करेगा. इसके लिए बांका, भागलपुर व मुंगेर के किसान को कतरनी का बीज भी उपलब्ध कराया गया.
नोडल प्रभारी व कर्मचारी की टीम गठित की गयी. कतरनी को बढ़ावा देने के लिए 40 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से यह बीज आया है. इस बार 10 किसानों को 10 एकड़ में कतरनी की खेती विशेष निर्देशन में करायी गयी थी. इससे लगभग 1600 क्विंटल बीज तैयार हुए. 2018 तक शुद्ध बीज हर इच्छुक किसानों को उपलब्ध कराने का प्रयास किया जायेगा.
गण्यमान्यों को भेजी जायेगी कतरनी
कतरनी की ब्रांडिंग करने के लिए प्रदेश एवं देश के विभिन्न हिस्सों में गण्यमान्यों के बीच कतरनी चूड़ा व चावल सौगात के रूप में भेजा जायेगा. सबसे पहले प्रदेश के राज्यपाल रामनाथ कोविंद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं मुख्य सचिव को यह सौगात भेजने की तैयारी है. इस मौके पर जिला उद्यान पदाधिकारी विजय पंडित, आत्मा की उप परियोजना निदेशक पूनम कुमारी आदि उपस्थित थे.
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