भागलपुर: विवि थाने में तोड़फोड़, पथराव मामले में सारे छात्र जेल से रिहा हो चुके हैं. घटना के 49 वें दिन जेल में बचे तीन छात्र बुधवार शाम को शहीद जुब्बा साहनी केंद्रीय कारा से रिहा हो गये.
रिहा होनेवाले छात्रों में सुनील कुमार (बिंद टोला, साहेबगंज), श्रवण कुमार (कंपनीबाग, विवि), चंदन कुमार चीकू (चकरामी) शामिल हैं. तीनों छात्रों के परिजन व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक रवि कुमार और नगर मंत्री आनंद कुमार ने जेल गेट पर सभी का स्वागत किया. 48 दिन जेल में बिताने के बाद छात्र चीकू ने बताया कि वह खाना खाने जा रहा था, तभी टीएनबी के पास पुलिस ने उसे जबरन पकड़ा लिया और पिटाई शुरू कर दी.
उसी तरह सुनील कुमार दवा लाने जा रहा था, तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया और थाने ले आयी. श्रवण कुमार भी डॉक्टर के पास जा रहा था और पुलिस ने उसे जबरन गाड़ी में बैठा लिया. तीनों छात्रों ने बताया कि इस मामले में वे निदरेष हैं. पुलिस ने नाहक उन्हें गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया. छात्रों ने बताया कि जेल में सोने में और शौच जाने में काफी परेशानी होती है.
मच्छर के कारण रतजगा करना पड़ता था. गंदा शौचालय होने के कारण नाक बंद कर शौच जाना पड़ता था. जेल में जानवरों जैसा खाना कैदियों को खिलाया जाता है. हमलोग 48 दिन तक जेल में बंधक की जिंदगी जी रहे थे. जेल से निकलते ही सभी छात्रों के परिजनों ने अपने-अपने लड़के को गले से लगा लिया. रवि के पिता मनोज मंडल ने बताया कि इस मामले में पुलिस का रवैया सही नहीं था. हमलोग के बच्चों को जानबूझ कर फंसाया गया है. लेकिन हमलोगों को कानून पर पूरा भरोसा है.