भागलपुर : जिले में स्वर्णकारों की 34 दिनों तक चली हड़ताल तोड़ने की घोषणा जिला स्वर्णकार संघ ने मंगलवार को कर दी. हालांकि उनका उत्पाद शुल्क का विरोध जारी रहेगा. उक्त जानकारी संघ के कार्यवाहक अध्यक्ष पारसनाथ सोनी एवं विजय साह ने सोनापट्टी स्थित धरना स्थल पर संवाददाताओं को दी. उन्होंने बताया कि ग्राहकों एवं सामाजिक संगठनों के विशेष अनुरोध पर स्वर्णकार बुधवार से अपनी-अपनी दुकानें खोलेंगे.
इसी दौरान उन्होंने केंद्र सरकार से यह प्रश्न किया कि, जब उनकी पार्टी भाजपा विपक्ष में थी, तो इसी प्रश्न पर स्वर्णकारों का समर्थन किया था. अब सरकार में आने के बाद यही बोझ लाद दिया गया. यदि सरकार को स्वर्णकारों से आर्थिक लाभ लेना ही है, तो सोने पर 10 से बढ़ा कर 12 प्रतिशत आयात शुल्क बढ़ा दें. चूंकि उत्पाद शुल्क के जरिये इंस्पेक्टर राज बढ़ जायेगा और स्वर्णकारों का शोषण शुरू हो जायेगा. उन्होंने स्वर्णकारों के इस आंदोलन को समर्थन देने के लिए सांसद बुलो मंडल, सांसद कहकशां परवीन, महिला कांग्रेस, विधायक अजीत शर्मा,
जदयू नेता सुड्डू साईं, चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष शैलेंद्र सराफ, जगदीशचंद्र मिश्र पप्पू, अशोक भिवानीवाला, टेक्सटाइल चेंबर ऑफ कॉमर्स के गिरधारी केजरीवाल, सुनील जैन, रेडिमेड होजियरी संघ के रामगोपाल पोद्दार, डॉ शंभुदयाल खेतान, मेयर दीपक भुवानिया आदि काे धन्यवाद दिया. स्वर्णकारों ने कहा कि उत्पाद शुल्क लगने से सोने का आभूषण चार से छह प्रतिशत एवं स्टोन आभूषण 16 से 18 प्रतिशत महंगे हो जायेंगे. साथ ही आंदोलन में साथ देने के लिए स्वर्णकार व कारीगरों को उन्होेंने धन्यवाद दिया.