इसकी एक ही वजह है कि वे कानून के ज्ञाता होते हैं. छात्रों का जोश देख कुलपति ने कहा कि छात्र जिस रफ्तार में आगे बढ़ रहे हैं, उसे कभी कम न होने दें. इसके बाद इस महाविद्यालय को देश का सर्वश्रेष्ठ संस्थान बनने से कोई नहीं रोक सकता. वे टीएनबी लॉ कॉलेज में शनिवार को आयोजित पारितोषिक वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे. कुलपति ने नये भवन का शिलान्यास किया. भवन का निर्माण विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की राशि से होगा. इसमें क्लास रूम व हॉल का निर्माण होगा.
समारोह में उन छात्रों को सम्मानित किया गया, जो कॉलेज की ओर से आयोजित वाद-विवाद प्रतियोगिता और एनएसएस की ओर से आयोजित भाषण प्रतियोगिता व क्विज में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान हासिल किये थे. समारोह में प्राचार्य डॉ एसके पांडेय ने कहा कि पिछले पांच-सात वर्षो में इस संस्थान की पहचान बढ़ी है और चुनौतियां भी बढ़ी है. इसे स्वीकार करने की जरूरत है.
बिहार ज्यूडिशियल सर्विस में पिछले साल 14 और इस बार 16 छात्र-छात्रएं उत्तीर्ण हुए हैं. झारखंड ज्यूडिशियल सर्विस में भी विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं. इससे पता चलता है कि यहां दी जानेवाली शिक्षा का लाभ छात्रों मिल रहा है. यूजीसी ने अनुमति दी है. ज्यूडिशियल सर्विस की तैयारी करायी जायेगी. इसमें आर्थिक रूप से कमजोर तबके के बच्चों को पढ़ाया जायेगा. मंच संचालन कर रहे डॉ चंद्रेश ने कहा कि आज का मौका विशेष इसलिए है कि छात्रों को पारितोषिक वितरण करने के लिए खुद कुलपति आये हैं. इससे छात्रों में नया जोश पैदा हुआ है. पिछले साल अंतर महाविद्यालय वाद-विवाद प्रतियोगिता में भी हमारे छात्रों की टीम को सर्वश्रेष्ठ सम्मान मिला था. धन्यवाद ज्ञापन डॉ रमेश चंद्रा ने किया. नि:शुल्क कंप्यूटर साक्षरता कार्यक्रम आयोजित करने के योगदान को लेकर डिजिटल प्रो के नीरज कुमार को प्राचार्य ने अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया.