भागलपुर : रेलवे स्टेशन के अंदर हो या बाहर, चारों तरफ गंदगी का अंबार है, इससे दरुगध फैल रही है. यात्रियों को स्टेशन पर रुकना दूभर हो रहा है. ट्रेन पकड़ने आने वाले यात्रियों को दरुगध से काफी परेशानी हो रही है.
स्टेशन परिसर को साफ रखने की जिम्मेवारी स्वीकारने वाले रेलवे अधिकारी एसी में बैठे रहते हैं. और बेफिक्र हो ड्यूटी से मतलब रखते हैं.
ट्रैक की नियमित नहीं होती सफाई
सुबह से लेकर दोपहर तक ट्रेनों का परिचालन अधिक होता है. ट्रेनों का मल–मूत्र सीधे ट्रैक पर गिरता है. प्लेट फॉर्म पर ट्रेन के इंतजार में हजारों यात्री खड़े रहते हैं. मल–मूत्र से फैल रही दरुगध से यात्री बेचैन रहते हैं.
पीकदान की भी नहीं होती सफाई
प्लेटफॉर्म संख्या एक व चार पर रखा पीकदान की समय–समय पर सफाई नहीं होती है. यात्रियों ने बताया कि दिन में चार बार सफाई की व्यवस्था होनी चाहिए, लेकिन दिन में एक बार भी सफाई नहीं की जाती है. पीकदान भरने के बाद प्लेटफॉर्म पर जहां–तहां गंदगी फैलने लगता है.
ब्लीचिंग का इस्तेमाल खानापूर्ति
साफ–सफाई के दौरान ब्लीचिंग पाउडर का इस्तेमाल केवल खानापूर्ति के लिए किया जाता है. सफाई कर्मियों को प्लेटफॉर्म की सफाई के लिए बहुत कम ब्लीचिंग दिया जाता है.
स्टेशन परिसर के बाहर भी सफाई नहीं
एसी में बैठने वाले रेलवे अधिकारियों का स्टेशन के बाहर परिसर की सफाई के प्रति कोई ध्यान नहीं जा रहा है. सुलभ शौचालय का टंकी से भी होने वाला दरुगध के कारण परेशानी होती है.
पुरवा या पछिया हवा के झोंके से फैलने वाली दरुगध से एक पल रुकना मुश्किल हो गया है.