भागलपुर: पूर्णिया के बनैली निवासी 36 वर्षीय पुतुल देवी ने अपने बच्चेदानी का ऑपरेशन बीपीएल कोटे से मिलने वाले स्मार्ट कार्ड के तहत पूर्णिया के एक निजी चिकित्सक से जनवरी 2010 में कराया था. ऑपरेशन के बाद से ही महिला के पेट में दर्द रहने लगा. जब इसकी शिकायत उसने चिकित्सक से की तो उन्होंने कहा कि यह तीन-चार माह तक रहता है इसके बाद ठीक हो जायेगा. कुछ दवाइयां भी दी गयी और आश्वासन दिया गया कि इसमें कोई घबराने की बात नहीं है. उसके बाद से पुतुल ने कई चिकित्सकों से अपना इलाज कराया पर उसे आज तक यह पता नहीं चल पाया था कि किस वजह से उसे पेट में दर्द रहता है.
इस दौरान उसके परिजनों के दो लाख रुपये इलाज में खर्च हो चुके हैं. 19 जून को महिला का एक्सरे जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चिकित्सा अस्पताल में कराया गया तो एक्सरे फिल्म में कैंची या ब्लाउज के हूक जैसी वस्तु दिखायी दे रही है. इसे देखने के बाद से परिजन व महिला काफी परेशान हैं. फिलहाल वह महिला भागलपुर के बरारी में अपने परिवार के साथ रह रही है.
इस संबंध में जेएलएनएमसीएच के रेडियोलॉजी विभाग के प्रभारी विभागाध्यक्ष डॉ एके मुरारका ने बताया कि मुङो इस बात की जानकारी नहीं है कि पेट में कैंची या कुछ है. मेडिकल साइंस में किसी चीज के बारे में अगर किसी रिपोर्ट में ऐसा होता है तो रिपीट करने का प्रावधान है. इसलिए मैं उक्त महिला का शुक्रवार को दोबारा एक्सरे करूंगा इसके बाद कुछ कह सकता हूं. उक्त महिला का एक्सरे, अल्ट्रासाउंड व जरूरत पड़ी तो सिटी स्कैन भी किया जा सकता है.