सबौर: प्रखंड के बैजलपुर पंचायत के अमडांर गांव का मध्य विद्यालय मंदिर पोखर अमडांर में पढ़ाई लिखाई चौपट हो गयी है. विद्यालय में 333 बच्चे नामांकित है, जिनमें औसतन डेढ़ सौ बच्चे ही स्कूल आते हैं.
यहां प्रभारी शिक्षक सहित चार शिक्षक पदस्थापित है. ग्रामीणों व स्कूली बच्चों ने शिक्षकों पर आरोप लगाया कि मास्टर साहब अक्सर देर से स्कूल आते हैं. मध्याह्न् भोजन में घोर धांधली हैं. स्कूल के बच्चे रतन कुमार, मीसा कुमारी आदि ने बताया कि पढ़ाई लिखाई नहीं होती है, इसलिए सिर्फ खेल कर स्कूल से जाते हैं. खाना कभी-कभी बनता है और ठीक से नहीं मिलता है. कहा जाता है कि सौ ग्राम में कितना खाना मिलेगा. हमलोगों को कभी भी पुलाव, छोला, तड़का आदि खाने में नहीं मिलता है. हमेशा भात व आलू-सोयाबीन की सब्जी मिलती है.चापाकल से गंदा पानी निकलता है और बच्चे उसे ही पीते हैं. शौचालय गंदा है, इसलिए बच्चे पोखर में शौच करने जाते हैं. ग्रामीण प्रमोद , धनिया देवी, कैलाश यादव, सुशील यादव, बैद्यनाथ पासवान,प्रमुख प्रतिनिधि नागेंद्र यादव ने बताया कि कभी भी मेनू के अनुसार भोजन नहीं दिया जाता है.
बोले प्रधानाचार्य
प्रधानाचार्य रवींद्र कुमार यादव ने बताया कि खाना नियमित बनता है. बच्चे के लिए जितनी मात्र में चावल मिलता है, उसी हिसाब से खाना परोसा जाता है. स्कूल में चापाकल से गंदा पानी जरूर निकलता है. शौचालय की साफ सफाई नहीं हुई है, उसे जल्द साफ करा दिया जायेगा.