भागलपुर: सेंट जोसेफ स्कूल के सातवीं कक्षा का लापता छात्र निशांत कुमार (13) का सुराग मिल गया है. सोमवार को निशांत ने एक अनजान नंबर से अपने पिता संजय प्रसाद यादव के मोबाइल पर फोन किया था. कॉल निशांत के बड़े भाई सुशांत ने रिसिव किया था.
फोन पर निशांत ने बस इतना कहा : हेलो पापा.. आप कहां हैं.. इसके बाद अचानक फोन कट गया. दोबारा परिजनों ने उस नंबर पर फोन लगाने का कई बार प्रयास किया, लेकिन फोन नहीं लगा. निशांत के पिता और भाई सोमवार को दिल्ली से भागलपुर आ रहे थे.
तभी टुंडला स्टेशन के पास लापता निशांत का फोन आया था. फोन आने के बाद परिजनों ने राहत की सांस ली. पिता भागलपुर आने की बजाय रास्ते से ही दिल्ली लौट गये, जबकि बड़ा भाई सुशांत भागलपुर चला गया. पिता ने सोचा कि सीआरपीएफ हेड क्वार्टर में जाकर उस नंबर को ट्रेस कर लेंगे. इस कारण वे भागलपुर आने के बजाय दिल्ली चले गये. सुशांत ने बताया कि सुबह में भी निशांत की पिता जी से कुछ बात हुई है. लेकिन यह पता नहीं चल पाया कि निशांत कहां है और किसी हालत में है. 27 जून से निशांत लापता है. वह ललमटिया थाना क्षेत्र के मोहनपुर-नरगा में जेम्स क्वाडरस के आवासीय हॉस्टल में रहता है. 28 जून को निशांत का जन्मदिन था. इस कारण 27 जून को उसने हॉस्टल प्रबंधन को लिख कर दिया कि उसे ढाई घंटे की छुट्टी दी जाये.
गुमशुदगी का मामला अपहरण में बदला
निशांत के लापता होने का मामला अपहरण में बदल गया है. हालांकि अब तक अपहरण के बदले किसी भी तरह की फिरौती की मांग नहीं की गयी. गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के 48 घंटे बाद अगर लापता का सुराग नहीं मिलता है तो वह मामला अपहरण में परिवर्तित हो जाता है. निशांत मामले में भी ऐसा ही हुआ है.