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मौन जुलूस, हजारों हाथों में तख्तियां
मुस्लिम महिलाओं ने कहा, इस्लामी शरीअत हमारी इज्जत भागलपुर : तीन तलाक बिल के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं व पुरुष ने बुधवार को सड़क पर उतर कर मौन जुलूस के माध्यम से विरोध जताया. मौन जुलूस आठ किलोमीटर तक लंबा था. तीन तलाक के विरोध में महिलाएं हाथ में तख्ती लिये थीं. तख्ती में सरकार के […]
मुस्लिम महिलाओं ने कहा, इस्लामी शरीअत हमारी इज्जत
भागलपुर : तीन तलाक बिल के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं व पुरुष ने बुधवार को सड़क पर उतर कर मौन जुलूस के माध्यम से विरोध जताया. मौन जुलूस आठ किलोमीटर तक लंबा था. तीन तलाक के विरोध में महिलाएं हाथ में तख्ती लिये थीं. तख्ती में सरकार के विरोध में स्लोगन लिखे थे. जुलूस के कारण पांच घंटे तक शहर की रफ्तार रुकी रही.
यातायात भी बाधित हुआ. शहर के चौक-चौराहों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. महिलाओं ने कहा बिल नामंजूर है. शरीअत पर हमला करना सरकार बंद करे. शाहजंगी ईदगाह, मुस्लिम हाइस्कूल मैदान व बरहपुरा ईदगाह से जुलूस निकाला गया था. जुलूस मुस्लिम हाइस्कूल से स्टेशन चौक, घंटाघर चौक होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय कैंपस तक पहुंच कर समाप्त हो गया.
महिलाओं ने डीएम को ज्ञापन सौंपा. सुबह करीब आठ बजे से ही तीनों सेंटर पर मुस्लिम महिलाएं पहुंचने लगी थी. महिलाएं अपने-अपने छोटे-छोटे बच्चों को भी साथ लेकर आयी थी. सोनी फातमा ने कहा कि कुरान, हदीस व शरीअत को मानते हैं. सरकार बेवजह तीन तलाक का बिल थोपने में लगी है. सलमा खातून, नीलोफर ने कहा कि सरकार शरीअत पर हमला करना बंद करे. उनकी मांग पर विचार नहीं किया गया, तो करोड़ों महिलाएं सड़क पर उतरेगी.
जुलूस को सफल बनाने में तहफ्फुज-ए-शरीअत, ऑल इंडिया पर्सनल ला बोर्ड, जमीअते उलेमा हिंद, जमाअते इस्लामिक हिंद, जामिया शहबाजिया मौलानाचक, नूसरत वेलफेयर सोसाइटी आदि सोसाइटी ने अहम भूमिका निभायी. इस अवसर पर मौलाना सैयद शाह शाहकार आलम शहबाजी, मुफ्ती मौलाना फारूक आलम अशरफी, मुफ्ती इलियास कासमी, हाजी अंसारी, बरदी खान, डॉ तबरेज अहमद, डॉ मजहर अख्तर शकील, मुफ्ती खुर्शीद अनवर, इशहाक अंसारी, प्रो एजाज अली रोज आदि उपस्थित थे.
भागलपुर . तीन तलाक बिल को लेकर बुधवार को शहर में निकाले गये जुलूस से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त हो गयी. सुबह दस से दोपहर दो बजे तक कई वाहनों के पहिये थम गये. शहर के चारों हिस्सों में जाम की स्थिति बन गयी. स्कूल-कॉलेज के छात्र परेशान हुए. कई स्कूलों के बच्चे देर से घर पहुंचे. कर्मचारी जाम में फंसे. एंबुलेंस के सायरन की शोर भी कमजोर पड़ गयी. जुलूस में महिलाओं के साथ पुरुषों की भारी संख्या सड़कों पर दिखी. जिस राह से जुलूस गुजर रहा था, उस रास्ते में ट्रैफिक व्यवस्था रोक दी गयी थी. ट्रैफिक या तो डायवर्ट हो गयी या फिर थम गयी.
यहां लगा जबर्दस्त जाम
रेलवे स्टेशन के आसपास, उलटा पुल, डिक्सन मोड़, खलीफाबाग चौक, कचहरी चौक, ततारपुर चौक, स्टेशन चौक, मुस्लिम स्कूल, नया बाजार चौक, सदर अस्पताल रोड, सराय रोड, विवि रोड, मनाली चौक, समाहरणालय के आसपास के इलाकों में जुलूस के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था ठप हो गयी.
मुस्लिम महिलाओं ने निकाला मौन जुलूस
नाथनगर. तीन तलाक बिल के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं ने बुधवार को मौन जुलूस निकाला. सुबह करीब दस बजे नाथनगर इलाके के चंपानगर, मदनीनगर सहित अन्य जगहों से लोग जमा होकर जुलूस में शामिल हुए. फिर जुलूस भागलपुर के लिए रवाना हुआ. जुलूस के साथ पेयजल आदि की व्यवस्था भी थी. इस दौरान पुलिस की सुरक्षा चाक चौबंद दिखी. जुलूस वाले रास्ते पर सड़क पर वाहनों का परिचालन बंद था.
ढ़ने लगा शोर तो अपने कार्यालय कक्ष से बाहर आये डीएम
भागलपुर. बुधवार, समय-सुबह 10.30 बजे, समाहरणालय परिसर का नजारा आम दिनों से अलग था. पुलिस कर्मियों की बड़ी संख्या परिसर के कचहरी चौक के गेट पर थी. सुरक्षा कारण से गेट को बंद कर दिया गया. चौक पर तीन तलाक बिल के विरोध में धीरे-धीरे लोग एकत्र हो रहे थे. आधे घंटे के बाद भीड़ इतनी अधिक हो गयी कि परिसर के अन्य गेट(सदर एसडीओ के सामने, राजस्व शाखा के पास) भी बंद कर दिये.
भीड़ के बढ़ने के कारण व्यवहार न्यायालय रोड पूरी तरह जाम हो गया. शोर के बढ़ने से डीएम भी अपने चैंबर से बाहर गैलरी में आ गये. थोड़ी देर ठहरने के बाद दोबारा चैंबर में चले गये. तभी थोड़ी देर में सदर एसडीओ सुहर्ष भगत व डीएसपी सिटी शहरयार अख्तर अपने दल-बल के साथ पहुंचे. दोपहर 12 बजे राजस्व शाखा के गेट पर डीएम से मिलने के लिये आये प्रतिनिधिमंडल सदस्य पहुंचे. पूर्व से तय जानकारी के तहत पांच को जाना था. इस बात पर थोड़ी देर तक गेट पर ही अफसर व प्रतिनिधिमंडल सदस्य के बीच चर्चा होने लगी. पहले महिला प्रतिनिधिमंडल को डीएम चैंबर भेजा गया. इसके बाद 10 पुरुष प्रतिनिधिमंडल को प्रवेश कराया गया. करीब 15 मिनट तक महिला व पुरुष प्रतिनिधिमंडल ने डीएम आदेश तितरमारे के साथ मीटिंग की. इस मीटिंग में सभी ने तीन तलाक के बिल को वापस लेने की मांग की. वहां से बाहर निकलने पर प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि जो तीन तलाक का इस्तेमाल गलत कर रहा है, उसके खिलाफ कार्रवाई हो. डीएम आदेश तितरमारे ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार के माध्यम से उनकी मांग को भेज देंगे.
मैं वार्ड-39 की पार्षद हूं, डीएम से मिलना है
मैं वार्ड-39 की पार्षद हूं, मुझे डीएम से मिलना है. वह बार-बार राजस्व शाखा के गेट को खुलवाने का इशारा कर रही थी. वहां तैनात कर्मी ने कहा, डीएम से प्रतिनिधिमंडल ने मिल लिया. अब कोई नहीं मिलेगा. इस पर वह जिद पर अड़ी रही और अपना परिचय पत्र दिखाने लगी. इस बीच प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य बर्दी खान आये और उन्हें पूर्व के घटनाक्रम की जानकारी दी, तभी पार्षद वापस गयी.
दो बजे तक परिसर गेट पर डटे रहे लोग
समाहरणालय परिसर में लोग दो बजे तक डटे रहे. 12.30 बजे ही माइक से वापस लौटने की घोषणा करायी गयी, फिर भी लोग डटे रहे. गेट पर तैनात कर्मी ने कुछ लोगों को वापस जाने के लिये कहा तो जवाब मिला, इतनी दूर से कलेक्ट्रेट देखने आये हैं. जब मन भर जायेगा, तब जायेंगे. इस जवाब के बाद सभी चुप्पी साध गये.
बरहपुरा ईदगाह मैदान में सुबह से इकट्ठा होने लगी थी भीड़ : तीन तलाक के मुद्दे पर बरहपुरा ईदगाह मैदान में महिलाओं की भीड़ सुबह से ही एकत्र होने लगी थी. मैदान में टेंट लगाया गया था. 10 बजे तक पूरे मैदान में महिलाओं और पुरुषों की भीड़ इकट्ठा हो गयी थी. वार्ड 33 की पार्षद प्रतिनिधि लोगों की भीड़ एकत्र करने में लगे थे. महिलाओं के हाथ में तख्ती था, जिसमें स्लोगन लिखा था. भीड़ काफी अधिक थी. समाहरणालय गेट तक जा रही भीड़ देखने लायक थी. भीड़ में काफी संख्या युवा थे,जो महिलाओं के साथ चल रहे थे.
तीन तलाक बिल वापस ले सरकार : तीन तलाक बिल की उलेमाओं ने निंदा की. बिल वापस लेने की मांग सरकार से की. मदरसा जामिया शहबाजिया के हेड शिक्षक मुफ्ती मौलाना फारूक आलम अशरफी ने कहा कि हिंदुस्तान एक धर्मनिरपेक्ष देश है. यहां अपने-अपने मजहब के एतवार से आजाद होकर काम करने का हक है, जो छीना जा रहा है. उन्होंने कहा कि मौजूदा तीन तलाक बिल इस्लामिक शरीअत के खिलाफ है. हबीबपुर मस्जिद के इमाम मौलाना कारी निजामउद्दीन ने कहा कि शरीअत में किसी प्रकार का फेरबदल नहीं किया जाये. मो मौजमील ने कहा कि वोट लेने के लिए मजहब के कानून के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
सुबह साढ़े आठ बजे थे. शाहजंगी मेला मैदान में आसपास के मुस्लिम बहुल क्षेत्र से लोगों का आना शुरू हो गया था. लोगों को एकजुट करने के लिए जीप से अभियान चलाया जा रहा था. सुबह 10 बजे तक शाहजंगी मेला मैदान में सैलाब उमड़ पड़ा. यहां से जुलूस की शक्ल में लोग पंखा टोली, मोहद्दीपुर, समपार होते हुए मुस्लिम हाई स्कूल पहुंचे. शाहजंगी मेला मैदान से जुलूस का नेतृत्व डॉ तबरेज, मेराज बबलू, मो जहांगीर, अब्दुल बहीद, शाहबुद्दीन बर्दी कर रहे थे. शाहजंगी मेला मैदान से जब जुलूस निकला, तो सड़क पर कुछ देर के लिए वाहनों का आवागमन रुक गया.पूरे मार्ग में पेयजल की व्यवस्था की गयी थी.
दिव्यांग शबाना पहुंची ट्राइ साइकिल से
तीन तलाक बिल का विरोध करने के लिए हुसैनपुर से दिव्यांग शबाना खातून भी मुस्लिम हाइस्कूल पहुंची थी. शबाना खातून ने बताया कि कुरान, हदीस व शरीअत के अनुसार रहने का संदेश देता है. सरकार इसे बदल कर मुस्लिम महिलाओं के साथ खिलवाड़ कर रही है. इस्लामिक शरीअत को कोई नहीं बदल सकता है.
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