भागलपुर: दुर्गा पूजा में विविध संस्कृति की झलक दिखेगी. इसमें बांग्ला संस्कृति की झलक मशाकचक स्थित दुर्गाबाड़ी और मानिक सरकार घाट रोड स्थित कालीबाड़ी में देखने को मिलेगी. यहां अधिकतर बंगाली समाज के लोग तो पूजा करते ही हैं.
यहां का सभी कार्यक्रम बांग्ला विधि-विधान से होता है. सांस्कृतिक आयोजन भी बांग्ला भाषा व तौर-तरीके से होगा. दोनों स्थानों पर सांस्कृतिक आयोजन व पूजन की विधि-विधान में कुछ समानता जरूर दिखती है.
बिहार बंगाली समिति, बरारी शाखा के अध्यक्ष तरुण घोष व संयोजक अशोक सरकार ने बताया कि रिफ्यूजी कॉलोनी में दो स्थानों पर बांग्ला विधि-विधान से पूजा-अर्चना हो रही है. यहां सप्तमी को सुबह महिला-पुरुष श्रद्धालु गंगा से कलश में जल भर कर लायेंगे और मां को समर्पित करेंगे. इसके बाद ही प्राण-प्रतिष्ठा होगी. काली बाड़ी में बंगला विधि-विधान से पूजा-अर्चना होगी. काली बाड़ी पूजा समिति के महासचिव विलास बागची ने बताया कि सोमवार को माता को वेदी पर स्थापित किया जायेगा. दुर्गा बाड़ी के सचिव सुब्रतो माेइत्रा ने बताया कि दुर्गा बाड़ी में पंचमी को मां का बोधन है. मां को वेदी पर स्थापित किया जायेगा. षष्ठी पर मंगलवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ होगा, जो नवमी तक चलेगा. दशमी को विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जायेगा.