* अपराध नियंत्रण को लेकर जोनल आइजी ने की बैठक
भागलपुर : आम जनता को तकलीफ नहीं हो. जनमानस की भावना के प्रति संवेदनशील रहें. देखने को मिला है कि किसी थाना में अपराध का आंकड़ा बहुत ही कम है लेकिन वहां के लोग अमन चैन में नहीं हैं. यह अच्छी बात नहीं है. भागलपुर के जोनल आइजी जितेंद्र कुमार ने पुलिस अधिकारियों को यह बात कही.
आइजी भागलपुर एसएसपी कार्यालय में आयोजित जोन के सभी डीआइजी व एसपी के साथ आयोजित बैठक की. बैठक के बाद वह पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. छह घंटे की बैठक के बाद आइजी ने बताया कि सभी जिलों में लंबित कांडों की संख्या औसत से ज्यादा है. इसके लिए त्रैमासिक कार्य योजना तैयार की गयी है.
जोन के सभी डीआइजी व एसपी को निर्देश दिया गया है कि वे अपराध नियंत्रण की दिशा में विशेष पहल करें. उन्होंने बताया कि सभी जिलों के एसपी नये हैं. उनके जिले के पूर्व के कार्यो की समीक्षा की गयी है. स्पीडी ट्रायल चला कर सजा दिलाने की दिशा में विशेष जोर देने को कहा गया है. सभी जिले के पुलिसकर्मी आपस में संतुलन बना कर कार्य करेंगे तो बेहतर परिणाम सामने आयेगा. जेल से छूटे अपराधियों पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है.
दुर्घटनाएं होने के बाद सीमा विवाद के कारण लोगों की भावना को ठेस पहुंचती है. इस पर ध्यान देने को कहा गया है. उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों के मनोबल को बढ़ाने के लिए उन्हें पुरस्कृत करने की आवश्यकता है. आर्थिक अपराध नियंत्रण की दिशा में पुलिस रणनीति के तहत काम करेगी. अपराधियों पर सीसीए की कार्रवाई होगी. महिलाओं के बढ़ते अपराध को गंभीरता से लिया गया है.
बैठक में भागलपुर के डीआइजी डॉ अमित कुमार जैन, बांका के डीआइजी सुधांशु कुमार, भागलपुर के एसएसपी राजेश कुमार, जमुई के एसपी दीपक वर्णवाल, लखीसराय के एसपी राजीव मिश्र, बेगूसराय की एसपी हरप्रीत कौर, खगड़िया के सएसपी शिव कुमार झा, मुंगेर के एसपी नवीन चंद्र झा, नवगछिया के एसपी शेखर कुमार, शेखपुरा की एसपी मीनू कुमारी व बांका के एसपी पुष्कर आनंद उपस्थित थे.