भागलपुर: भागलपुर एयरपोर्ट नक्सलियों के लिए निरापद है. यहां कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं है. नक्सली यहां भी वारदात को अंजाम दे सकते हैं. चुनाव को लेकर भागलपुर एयरपोर्ट में लगातार वीआइपी नेताओं का आगमन हो रहा है.
इसके बाद भी वहां कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं किया गया है. एयरपोर्ट की चहारदीवारी हर दिशा में टूटी है. कोई भी एयरपोर्ट में पैदल, बाइक व चार पहिया वाहन लेकर आसानी से प्रवेश कर सकता है. एयरपोर्ट के रनवे का उपयोग नौसिखिए गाड़ी चालक कर रहे हैं. गाड़ी चलाना सीखने के लिए रनवे पर टेस्ट ड्राइव करते हैं.
यहीं नहीं, बच्चे सुबह-शाम रनवे पर क्रिकेट खेलते हैं. हद तो तब हो गयी जब टूटी चहारदीवारी से मवेशी एयरपोर्ट में घुस जाते हैं और रनवे और उसके आसपास घास चरने लगते हैं. इससे कभी भी कोई दुर्घटना घट सकती है. 2012 में एयरपोर्ट की चहारदीवारी का निर्माण हुआ था. मगर रख-रखाव के अभाव में वह कई जगहों पर टूट गया व लोगों के आवागमन का शार्ट-कट रास्ता बन गया है. जब कोई विमान उतरने का होता है तो उस समय पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी जाती है.
विमान के जाने के साथ ही सुरक्षा भी खत्म हो जाती है. शाम में आसपास के लोग टहलने एयरपोर्ट जाते हैं. शौच के लिए भी एयर पोर्ट परिसर का उपयोग होता है. एयरपोर्ट की सुरक्षा में बरती जा रही कोताही कभी भी घातक साबित हो सकती है. क्योंकि कई बड़े नेता नक्सलियों की हिट लिस्ट में हैं. भागलपुर के निवर्तमान सांसद शाहनवाज हुसैन की सुरक्षा को लेकर गृह मंत्रलय चिंतित है.