भागलपुर : मालदा से किऊल तक विद्युतीकरण नहीं रहने से ट्रेनों की स्पीड से लेकर समय पर ट्रेनों के परिचालन पर भी असर होता है. लेकिन अब इन सभी परेशानी से छुटकारा मिलेगा. मार्च 2018 तक मालदा से किऊल तक विद्युतीकरण का काम पूरा हो जायेगा. मार्च के बाद इस रूट पर इलेक्ट्रिक इंजन की ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जायेगा. ये बातें रविवार को भागलपुर स्टेशन का निरीक्षण करने आये मालदा डिवीजन के एडीआरएम विजय कुमार साहू ने कही. उन्होंने कहा कि दोहरीकरण का भी तेजी से चल रहा है.
यह काम भी कहलगांव से भागलपुर तक मार्च 2018 तक पूरा हो जायेगा. राजधानी एक्सप्रेस इस रूट से चले इसके लिए प्रयास तेज हो गया है. निरीक्षण में उनके साथ स्टेशन अधीक्षक आेंकार प्रसाद, मुख्य यार्ड मैनेजर डीसी झा, वरीय चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सतेंद्र कुमार, पीडब्लूआइ आरके सिंह, एरिया मैनेजर, एसीएम सहित कई अधिकारी भी थे. जगदीशपुर के टेकानी में बन रहे गुडस शेड के निर्माण का कार्य दो माह में पूरा हो जायेगा. रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में आनेवाले दिनों में यात्री प्रतीक्षालय का निर्माण होगा. वहीं पर टिकट वेडिंग मशीन लगायी जायेगी, ताकि ट्रेन की सूचना मिलने पर यात्री इसी मशीन से टिकट कटा सकें.
डीआरयूसीसी सदस्य ने एडीआरएम से की मुलाकात : मालदा डिवीजन के डीआरएम विजय कुमार साहू से रविवार को भागलपुर रेलवे स्टेशन के अधीक्षक कार्यालय में डीआरयूसीसी सदस्य सोमनाथ शर्मा ने मुलाकात की. श्री शर्मा ने उन्हें जल-जमाव की समस्या से निजात दिलाने के लिए भोलानाथ पुल के उपर फ्लाई ओवर ब्रिज का निर्माण,दक्षिणी खंड में रेलवे टिकट काटने की व्यवस्था करना सहित कई समस्याओं से अवगत कराया.