भागलपुर : भागलपुर प्रमंडल का इकलौता वित्तरहित डिग्री महिला कॉलेज है शारदा झुनझुनवाला महिला महाविद्यालय. कई समस्याओं से जूझ रहा है. शिक्षकों को वेतन नहीं मिल रहा है. हर दिन महिलाओं के साथ होनेवाली अप्रिय घटनाओं से छात्राएं आहत हैं. महंगाई की परेशानी हर कोई ङोल रहे हैं.
इन समस्याओं से निजात दिलानेवाले प्रतिनिधि का चयन करेंगी शारदा झुनझुनवाला महिला महाविद्यालय की शिक्षिका व छात्राएं-छात्राओं व शिक्षिकाओं का कहना
था कि वह तो वोट करेंगी ही, दूसरों को भी वोट दिलाने को बूथ पर साथ में लेकर जायेंगे. यह बातें कॉलेज में प्रभात खबर की ओर से आयोजित वोट करें देश गढ़ें कार्यक्रम में सामने आयीं.
उन्हीं को चुनेंगे, जो उनकी सुनेंगे
भागलपुर. कार्यक्रम में शिक्षिकाओं ने भी अपनी बात रखी. उनका कहना था कि महिला सशक्तीकरण की बात होती है, पर महिला कॉलेजों को सुदृढ़ नहीं किया जाता. अंगीभूत कॉलेजों की तरह ही वित्तरहित कॉलेजों के शिक्षक भी पढ़ाते हैं. उतना ही समय देते हैं. लेकिन वित्तरहित कॉलेजों के शिक्षकों को उत्तीर्ण होनेवाले विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर अनुदान मिलता है. ऐसे में उन कॉलेजों के शिक्षकों को मुश्किल हो जाती है, जहां कम बच्चे हैं. इसका समाधान नेताओं से ही संभव है. शिक्षिकाओं का कहना था कि वोट करने से उन्हें परहेज नहीं है, लेकिन इस बार उन्हीं नेताओं को चुनेंगी, जो उनकी सुनेंगे. यह बातें समाजशास्त्र विभाग की डॉ निधि सिन्हा, इतिहास विभाग की डॉ ऋतु सिन्हा, दर्शनशास्त्र विभाग की डॉ पुष्पा तिवारी ने कहीं.