भागलपुर: गरमी के दस्तक देते ही शहर में जल स्तर भागने लगा है. सुबह चापाकल चलाने के पहले चापाकल में पानी डाल कर चलाया जा रहा है, अभी जेठ की गरमी बाकी है. जल स्तर भागने का सबसे बड़ा कारण शहर में निगम के मानक को ताक पर रख कर कराये जा रहे सब मर्शिबल बोरिंग है. शहर के कई इलाकों में निगम से बिना अनुमति के ही बोरिंग कराये जा रहे हैं.
नगर निगम की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. निगम की जलकल शाखा में दो नवंबर 2013 से 25 फरवरी 2014 तक मात्र 20 आवेदन ही आये हैं. शहर में धड़ल्ले से बोरिंग कराया जा रहा है. जलकल शाखा शहर के विभिन्न हिस्से में हो रहे सब मर्शिबल बोरिंग को रोकने के लिए कोई उपाय ही नहीं किया है. गंगा किनारे क्षेत्र के घरों में सालों भर पानी रहता था. 25 से 30 फीट में ही पानी निकलने लगता था, लेकिन अब 40 फीट पर भी पानी मुश्किल से मिल पाता है.
एक तो निगम नहीं लगाता टोटी लोग भी चुराते हैं
नगर निगम की लापरवाही से कई महीने बीत जाने के बाद भी सभी वार्ड में लगाये गये जनता नल के टूटी टोटी को नहीं बदला गया है. हर दिन हजारों लीटर जल नालों में बह रहा है. जहां टोटी होता भी है, तो उसे चुरा लेते हैं असामाजिक तत्व. अगर टोटी नहीं लगा तो जल संकट होगा.