नगर निगम. स्मार्ट सिटी में पश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्र को भी शामिल करने की पार्षदों ने उठायी मांग
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एक से 51 वार्ड तक हो स्मार्ट सिटी
नगर निगम. स्मार्ट सिटी में पश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्र को भी शामिल करने की पार्षदों ने उठायी मांग पश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्र के पार्षदों ने जाहिर की नाराजगी भागलपुर : स्मार्ट सिटी में शहर के पश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्र शामिल नहीं होने की बात सामने आते ही यहां के पार्षद नाराजगी जाहिर करने लगे हैं. […]
पश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्र के पार्षदों ने जाहिर की नाराजगी
भागलपुर : स्मार्ट सिटी में शहर के पश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्र शामिल नहीं होने की बात सामने आते ही यहां के पार्षद नाराजगी जाहिर करने लगे हैं. पश्चिमी क्षेत्र के पार्षदों का कहना है कि जिस क्षेत्र के कारण पूरी दुनिया में भागलपुर को सिल्क सिटी के रूप में पहचान मिली, उसी बुनकर बहुल क्षेत्र को स्मार्ट सिटी से वंचित रखा जाना उचित नहीं है.
दक्षिणी क्षेत्र के पार्षदों का कहना है कि इतिहास गवाह है कि भागलपुर शहर की आर्थिक समृद्धि दक्षिणी क्षेत्र से ही बढ़ी है. एशिया स्तर पर अनाज की बड़ी मंडी के रूप में भागलपुर की अपनी पहचान स्थापित थी. अब इस क्षेत्र की स्थिति बिगड़ी है, तो प्रशासन की ओर से भी इसी क्षेत्र की उपेक्षा की जा रही है. अगर इस क्षेत्र को स्मार्ट सिटी में शामिल नहीं किया गया, तो शीघ्र ही रणनीति बनाकर आंदोलन का प्रारूप तैयार किया जायेगा.
शहर के सभी वार्ड को स्मार्ट सिटी के तहत रखा जाये. यह शहर कम से कम वार्ड वाला है. फिर भी इसे स्मार्ट सिटी से अलग रखा जायेगा, तो दुर्भाग्यपूर्ण होगा. यहां की पहचान सिल्क सिटी से है और सिल्क सिटी के तहत पश्चिमी क्षेत्र आता है. यहां के सिल्क की पहचान पूरी दुनिया में है. किसी वार्ड को वंचित नहीं रखा जाये. इसके लिए नीचे से ऊपर तक प्रयास किया जायेगा.
सीमा साहा, मेयर
पश्चिमी क्षेत्र के पार्षदों की प्रतिक्रिया
नगर निगम के वार्ड की शुरुआत नाथनगर क्षेत्र से हुई है. जब स्मार्ट सिटी बनने की बात हो रही है, तो नाथनगर को ही अनाथ किया जा रहा है. सिल्क सिटी के नाम पर पूरी दुनिया में भागलपुर प्रसिद्ध है. आज भागलपुर को समार्ट सिटी के लिए चयन किया गया है, तो उसी सिल्क सिटी के बुनकर बहुल क्षेत्र को ही उपेक्षित किया जा रहा है. इससे सिल्क सिटी की पहचान तो धूमिल होगी ही, साथ ही स्मार्ट सिटी का भी कुछ नाम नहीं रह जायेगा. हर हाल में स्मार्ट सिटी को सजाने का काम नाथनगर से होना चाहिए. स्मार्ट सिटी के तहत शहर को विकसित करने की बात हो रही थी, तो नाथनगर क्षेत्र का ही सर्वे कराया गया था.
अनवरी खातून, पार्षद, वार्ड 8
इस मुद्दे को लेकर मेयर व डिप्टी मेयर को अवगत करा चुके हैं. बोर्ड की बैठक में इस बात को पारित कराया जायेगा, ताकि बुनकर बहुल क्षेत्र को स्मार्ट सिटी में लिया जाये. इससे शहर व बुनकर क्षेत्रों का विकास तेजी से होगा. इसके बाद भी नहीं होगा, तो चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेंगे. जनता इसके लिए सजग है. नाथनगर किसी मायने में कम नहीं है.
नेजाहत अंसारी, पार्षद, वार्ड 7
भागलपुर का पश्चिमी क्षेत्र खासकर बुनकर बहुल क्षेत्र प्रवेश द्वार है. स्मार्ट सिटी के तहत इसी क्षेत्र का पहले विकास होना चाहिए. यह दुर्भाग्य है कि पश्चिमी क्षेत्र को स्मार्ट सिटी से अलग कर दिया गया. इसे लेकर जनता को गोलबंद करना शुरू कर दिया है.
सोफिया होमेरा, पार्षद, वार्ड 2
दक्षिणी क्षेत्र कभी भागलपुर का आर्थिक केंद्र था. आज भी शहर का अभिन्न हिस्सा है. यदि स्मार्ट सिटी के तहत विकसित नहीं किया जा रहा है, तो दुर्भाग्य होगा.
शशि कला देवी, पार्षद, वार्ड 49
एक से 12 वार्ड के पार्षद मिल कर पश्चिमी क्षेत्र पार्षद समिति बनायेंगे. इसे लेकर नगर आयुक्त व कमिश्नर से मिलेंगे. जनता के बीच भी अभियान चलाया जायेगा, ताकि प्रशासन पर दबाव बनाया जा सके
पंकज दास, पार्षद, वार्ड 6
दक्षिणी क्षेत्र के पार्षद
दक्षिणी क्षेत्र के पार्षदों के साथ बैठक होगी. इसके बाद आंदोलन की रणनीति बनायी जायेगी. पहले प्रशासन से स्मार्ट सिटी के लिए अनुरोध किया जायेगा. इसके बाद आंदोलन शुरू होगा.
नन्ही बेगम, पार्षद, वार्ड 46
दक्षिणी क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. फिर भी स्मार्ट सिटी में दक्षिणी क्षेत्र को नहीं रखा गया. मुख्य शहर में पहले से ही सुविधाएं है. प्रशासन की ओर से दक्षिणी क्षेत्र की उपेक्षा की जा रही है.
सदानंद मोदी, पार्षद, वार्ड 45
दक्षिणी क्षेत्र को किस कारण से स्मार्ट सिटी में शामिल नहीं किया गया, इस पर प्रशासन से जानकारी मांगेंगे. फिर बोर्ड की बैठक में इस मामले को लेकर चर्चा होगी. इस उपेक्षा के विरोध में रणनीति बनायेंगे.
गजाला परवीन, पार्षद, वार्ड 44
सवाल : नगर निगम क्षेत्र में रहनेवाले तमाम लोग यह समझ रहे हैं कि उनका मोहल्ला स्मार्ट सिटी के दायरे में है. क्या है सच्चाई ?
अध्यक्ष : नहीं, ऐसा नहीं है. केवल मुख्य शहर ही स्मार्ट सिटी के दायरे में है. यहां तक कि तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय भी स्मार्ट सिटी में नहीं है. नाथनगर भी इसके ज्यूरीडिक्शन में नहीं आता है.
(24 जून को प्रकाशित प्रभात खबर के सवाल पर स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष सह कमिश्नर अजय कुमार चौधरी का जवाब)
निगम के एक से 51 वार्ड में होगा स्मार्ट सिटी से काम
निगम आयुक्त सह भागलपुर स्मार्ट सिटी के सीइओ अवनीश कुमार सिंह ने कहा कि निगम के एक से 51 में स्मार्ट सिटी योजना के तहत काम होगा. उन्होंने कहा कि हर वार्ड में इस योजना से काम होगा. स्मार्ट सिटी योजना में एक से 51 वार्ड में जहां-जहां काम हाेना है, वह काम होगा.
स्मार्ट सिटी में प्रशासनिक पदाधिकारी द्वारा चरणबद्ध तरीके से काम करने की बात सामने आ रही है. मध्य क्षेत्र को पहले फेज में प्राथमिकता दी गयी है. स्मार्ट सिटी से संबंधित पदाधिकारियों से अनुरोध है कि काम फेज वाइज हो, लेकिन पूरे शहर में फेज वाइज सुविधाओं को बांटा जाये, न कि फेज वाइज क्षेत्र को बांटा जाये.
राजेश वर्मा, डिप्टी मेयर
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