बेगूसराय(नगर) : लंबी-चौड़ी बात करने वाली बिहार सरकार की पोल इस अग्निकांड में खुल गयी है. बेगूसराय जिले के पकठौल, नींगा, बख्तर, पिपरा, मेहदा शाहपुर सहित महेंद्रपुर एवं सिहमा दियारा के गेहूं खेतों में लगी आग और उस पर काबू पाने में जिला प्रशासन की विफलता ने शासन और प्रशासन की पोल खोल कर रख दी है.
उक्त बातें भाजपा के निवर्त्तमान जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने बुधवार को जिले के शाम्हो प्रखंड व मटिहनी प्रखंड के विभिन्न हिस्सों में किसानों की सैकड़ों एकड़ में जली गेहूं की फसल का जायजा लेने के बाद कहीं. इस मौके पर श्री सिंह ने कहा कि किसानों ने कर्ज लेकर खेती की लेकिन घर पहुंचने के पहले ही उनके अनाज राख में तबदील हो गये. किसानों को सरकार 30 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा घोषित करे.
श्री सिंह ने कहा कि जिले में हो रहे अग्निकांड की घटना पर काबू पाया जा सकता था अगर दमकल ठीक-ठाक व समुचित अवस्था में उपलब्ध रहता तो . श्री सिंह ने कहा कि जिले का शाम्हो प्रखंड भौगोलिक रूप से बेगूसराय से कटा है. कई वर्षो से दमकल की मांग की जाती रही है लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा आज तक वहां दमकल मुहैया नहीं कराया गया है. जिससे उस क्षेत्र के लोग प्रत्येक साल अग्नि देवता की चपेट में आकर अपना सब कुछ गंवा बैठते हैं
. श्री सिंह ने लोगों से अपील किया है कि इस भीषण गरमी के मौसम में आग के प्रति सावधानी बरतें. इस मौके पर भाजपा के जिला कोषाध्यक्ष राजीव रंजन कुशवाहा, मीडिया प्रभारी मृत्युंजय कुमार वीरेश, बीहट नगर मंडल अध्यक्ष सुनील सिंह, बरौनी ग्रामीण मंडल के अध्यक्ष फुलेना सिंह समेत अन्य ग्रामीण उपस्थित थे.