बेगूसराय (नगर) : भारतीय जनता युवा मोरचा के वीरपुर मंडल अध्यक्ष प्रीतम कुमार के अपहरण मामले का पुलिस ने राज खोल कर इस पूरे घटना का उद्भेदन कर लिया है. इस कांड में जो भी मामले सामने आये हैं उसके तहत भारतीय जनता युवा मोरचा की छवि भी धूमिल करने का प्रीतम ने काम किया और इसे राजनीतिक रंग देने की भी प्रीतम के द्वारा पूरी कोशिश की गयी. पुलिस ने प्रीतम के तमाम कारनामे को उसके मुंह से ही उगलवा लेने में कामयाबी हासिल कर ली है.
इस संबंध में अपने कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए आरक्षी अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि भगवानपुर थाने के नौला निवासी अनिल सिंह के पुत्र प्रीतम कुमार का अपहरण से संबंधित भगवानपुर थाने में 10/16 के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस की एक टीम गठित की गयी. एसपी ने इस कांड का उद्भेदन करते हुए कहा कि प्रीतम अपने ममेरे भाई रहाटपुर निवासी धीरज कुमार के साथ मिल कर एक सोची समझी साजिश के तहत संजात यूको बैंक से संध्या में 6.30 बजे चलने के बाद नट बाबा स्थान के पास अपनी मोटरसाइकिल में आग लगा कर अपना मोबाइल स्वीच ऑफ कर गायब हो गया. इसके बाद धीरज कुमार के द्वारा परिवार के लोगों व प्रीतम के पिता अनिल सिंह के माध्यम से संजात निवासी हरदेव चौरसिया, मनीष झा व कंचन पर नामित प्राथमिकी दर्ज करवायी गयी.
इस मामले में उस समय तक सभी साक्ष्यों के आधार पर तीनों प्राथमिकी अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. एसपी ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि प्रीतम कुमार सिंह एंड एसोसिएट के साथ मिल कर बैंक के डिफाल्टर गाड़ियों के खींचने का काम करता था. इसका हरदेव चौरसिया की लड़की से संबंध था तथा उसी से संबंध के चलते हरदेव चौरसिया पर दबाव बढ़ाने के लिए प्रीतम द्वारा हरदेव चौरसिया की गाड़ी पर खुद आर्म्स रख कर पुलिस को खबर कर तथा भगवानपुर थाना कांड संख्या 193/15 आर्म्स एक्ट के तहत प्रीतम पर मामला दर्ज किया गया था. इसके कुछ समय बाद प्रीतम द्वारा हरदेव चौरसिया पर दबाव डालते हुए एक व्यक्ति से अनुसूचित जाति-जन जाति का केस करवाया.
भगवानपुर थाना कांड संख्या 193/।5 में मनीष झा द्वारा हरदेव चौरसिया का पक्ष लिये जाने पर प्रीतम का मनीष झा से भी अन-बन चल रहा था. संजात निवासी कंचन मिश्रा द्वारा उक्त गाड़ी प्रीतम के ही सहयोगी कृष्ण कुमार द्वारा जब जब्त किया गया, तो कंचन मिश्रा ने कृष्ण कुमार एवं अन्य पर नगर थाना कांड संख्या 412/15 दर्ज करवाया था. कुछ दिनों पहले प्रीतम ने सोची समझी साजिश के तहत हरदेव चौरसिया के विरुद्ध न्यायालय में जान मरवाने की चर्चा करते हुए सनहा भी दर्ज कराया था. एसपी ने बताया कि इस अभियान का नेतृत्व एएसपी कुमार मयक,
तेघड़ा डीएसपी हरिशंकर कुमार, पुलिस निरीक्षक इरशाद आलम, पुलिस निरीक्षक राकेश कुमार रमण, भगवानपुर थानाध्यक्ष गुंजन कुमार, मंसूरचक थानाध्यक्ष मिंटू कुमार सिंह, छौड़ाही ओपी अध्यक्ष सर्वजीत कुमार, खोदाबंदपुर थानाध्यक्ष रूबीकांत कच्छप, चेरियाबरियारपुर थानाध्यक्ष राघवेंद्र कुमार सिंह समेत अन्य पुलिस बल शामिल थे.