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श्रद्धा : कल्पवासी सिमरिया गंगा घाट में लगा रहे हैं आस्था की डुबकी, गंगा महाआरती में उमड़ रही है लोगों की भीड़

बेगूसराय/बीहट : पवित्र सिमरिया गंगा घाट में आयोजित राजकीय कल्पवास मेले में कल्पवासी व श्रद्धालु आस्था की डुबकी प्रतिदिन लगा रहे हैं. अहले सुबह से देर शाम तक मां गंगा की नगरी में अद्भुत नजारा देखने को मिलता है. जीरोमाइल से लेकर राजेंद्र पुल एवं हथिदह से लेकर सिमरिया गंगा घाट का नजारा सुबह से […]

बेगूसराय/बीहट : पवित्र सिमरिया गंगा घाट में आयोजित राजकीय कल्पवास मेले में कल्पवासी व श्रद्धालु आस्था की डुबकी प्रतिदिन लगा रहे हैं. अहले सुबह से देर शाम तक मां गंगा की नगरी में अद्भुत नजारा देखने को मिलता है. जीरोमाइल से लेकर राजेंद्र पुल एवं हथिदह से लेकर सिमरिया गंगा घाट का नजारा सुबह से लेकर देर रात तक देखते ही बन रहा है. संध्या समय में अद्भुत नजारा दिखाई पड़ता है.

जब हजारों पर्णकुटीर में जल रहे बिजली के बल्ब एक साथ दिखाई पड़ते हैं, तो राजेंद्र पुल से होकर गुजरनेवाले लोग कुछ क्षण के लिए रुक कर इस दृश्य का अवलोकन करना नहीं भूलते हैं. सिद्धाश्रम में बह रही है भक्ति की धाराहम वर्तमान जीवन में जो कुछ है, वह हमारे पूर्व जीवन के कर्मों व विचारों का फल है और जो कुछ हम भविष्य में करेंगे वह हमारे अभी के कर्मों और विचारों का फल होगा. हम अपने भाग्य के निर्माता स्वयं हैं.

मानव जीवन का चरम लक्ष्य पूर्णता की प्राप्ति है. उक्त बातें स्वामी चिदात्मन जी महाराज ने कालीधाम स्थित ज्ञान मंच से कार्तिक महात्मय और श्रीमद्भागवत कथा के प्रवचन के दौरान कल्पवासियों व श्रद्धालुओं के बीच भक्ति रस की धारा प्रवाहित करते हुए कही. ज्ञात हो कि स्वामी चिदात्मन जी के प्रवचन को श्रवण करने के लिए कल्पवासियों व श्रद्धालुओं की भीड़ सर्वमंगला ज्ञान परिसर में प्रतिदिन उमड़ रही है. इस मौके पर रवींद्र ब्रह्मचारी, नीलमणि, राम, लक्ष्मण,श्याम, उमेशानंद, दिनेशानंद, रंजना देवी समेत अन्य भक्त उपस्थित थे. स्नान करने के दौरान हुई मौत देवघर से पूजा कर लौटने के क्रम में सोमवार की सुबह सिमरिया में गंगा स्नान करने आये गौरा बौराम दरभंगा निवासी लगभग 55 वर्षीया पवन कामती की मौत हो गयी.

प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक पहले से ही बीमार चल रहे थे. उनकी पत्नी तथा अन्य ग्रामीण उसे बस में ही छोड़ कर गंगा स्नान करने चले गये. वापस लौटने पर उन्हें मृत पाया. उनके परिजनों के द्वारा सिमरिया गंगा तट पर ही अंतिम संस्कार कर दिया गया. … सावधान, नाक पर रूमाल रख कर कल्पवास मेले में करें प्रवेशअगर आप सिमरिया कल्पवास मेले में प्रवेश कर रहे हैं तो सावधान हो जाइये. प्रवेश करने से पहले नाक पर रूमाल रख कर मां गंगा में डुबकी लगाने के लिए आगे बढ़िए.

जी हां, सिमरिया गंगा तट तक जानेवाली मुख्य सड़क और कल्पवास मेला क्षेत्र की ओर जानेवाले संपर्क पथ पर उत्सर्जित मल-मूत्र से उठती दुर्गंध श्रद्धालुओं को ऐसा करने के लिए मजबूर कर रहा है. अधिकारी रटा-रटाया राग अलापते हैं कि फंड की कमी के बावजूद सफाई का कार्य चल रहा है. ज्ञात हो कि कल्पवास मेला क्षेत्र की प्रथम परिक्रमा के अवसर पर भी श्रद्धालुओं को उस सड़क से गुजरने के वक्त काफी परेशानी हुई थी.

मजेदार बात तो यह है कि सब कुछ जानते हुए भी समस्या अब भी जस- की- तस बनी हुई है. वहीं कल्पवासियों की दुर्दशा व सुविधाओं की कमी साधु-संतों व खालसाधारियों को आंदोलित कर रहा है. खखड़ खालसा के महंत विष्णुदेवाचार्य ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि कल्पवासियों को साफ-सफाई, शौचालय, स्नान घाट, बिजली, पीने के लिए शुद्ध पानी, दवाई, केरोसिन सुरक्षा जैसी सुविधाएं मिले या न मिले गंगा की आरती करेंगे जरूर.

उन्होंने कहा कि कल्पवासी यह जानना चाहते हैं कि जहां फंड की कमी का रोना रोया जाता है, वहीं कुंभ मेला समिति के द्वारा गंगा महा आरती के नाम पर इतना खर्च क्यों किया जा रहा है. इतने खर्च में तो कल्पवासियों की कई प्रकार की समस्याओं को दूर किया जा सकता है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि कुंभ मेला समिति के सदस्यों को कल्पवासियों की चिंता नहीं है. गंगा से ज्यादा वहां शासन और प्रशासन की आरती उतारी जाती है.

गंगा महा आरती के समय कल्पवासियों के वहां चले जाने पर उनके कुटिया की सुरक्षा भगवान भरोसे रह जाती है. ऐसे समय में प्रशासन की मौजूदगी में वहीं सिमट कर रह जाती है, जिसका लाभ अपराधी उठा सकते हैं. इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. कबीर महिला आश्रम की महंत नीलम दास ने कहा कि मेला क्षेत्र में जरू री सामान की कीमत आसमान छू रही है.

जबकि मूल्य नियंत्रण करने की जिम्मेवारी प्रशासन की है. प्रशासन की ओर से इस दिशा में किसी प्रकार का ठोस पहल नहीं की जा रही है. कुछ लोगों ने इस मौके पर नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि खराब व्यवस्था के कारण चमथा और मानसी में कल्पवास की परंपरा समाप्त हो गयी और धीरे-धीरे सिमरिया का कल्पवास भी उसी स्थिति में पहुंच गयी है. आर्कषण का केंद्र बना सिमरिया गंगा महा आरती सिमरिया गंगा घाट पर नित्य दिन होनेवाला गंगा महाआरती कार्यक्रम श्रद्धालुओं व कल्पवासियों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.

महा आरती के समय लोगों की भीड़ इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है. रविवार की शाम महा आरती कार्यक्रम में मल्हीपुर पंचायत के भाजपा अध्यक्ष रामाशीष सिंह व उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने यजमान की भूमिका में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. इस मौके पर सरपंच शशिभूषण सिंह, सुरेंद्र सिंह, चकिया थानाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह, मुखिया प्रतिनिधि रामयतन, मेला समिति के सचिव रामरतन झा, मां गंगा सेवा समिति के उपाध्यक्ष दिनेश प्रसाद राय, सचिव धीरज कुमार समेत अन्य गण्यमान्य लोग उपस्थित थे.

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