अमरपुर: थाना क्षेत्र के धरमपुर गांव में गुरुवार को शिवलिंग विवाद में पुलिस व ग्रामीणों के बीच हुई झड़प व गोलीबारी की घटना के बाद दूसरे दिन शुक्रवार को अब तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी है. जानकारी हो कि इस घटना में जख्मी थानाध्यक्ष अजित कुमार व सीओ राजेश कुमार का उपचार भागलपुर मायागंज अस्पताल में चल रहा है. वहीं गंभीर रूप से जख्मी धरमपुर गांव निवासी विरेंद्र यादव का 12 वर्षीय पुत्र आलोक कुमार भी मायागंज अस्पताल में इलाजरत है.
घटना में अन्य जख्मी का इलाज स्थानीय अस्पताल में किया गया है. उधर, घटना को लेकर धरमपुर गांव सहित आस-पास के आधा दर्जन ग्रामीणों में दहशत का है. यहां के लोग कुछ भी बोलने व कैमरा की नजर में आने से परहेज कर रहे हैं. इस गांव के अधिकांश लोग गांव से फरार हो गये हैं. केवल महिलाएं व बच्चे ही गांव में देखने को मिल रहे हैं. खास बात यह कि घटना के दूसरे दिन धरमपुर गांव के समीप शिवलिंग निकलने वाले भूखंड पर पूजा-अर्चना जारी रही. कड़ी धूप के बीच भी उक्त भूखंड पर कई गांवों की महिलाएं यहां पहुंच कर पुजारी के साथ विधिवत रूप से पूजा-अर्चना करते नजर आयीं. हालांकि इस संबंध में एसपी राजीव रंजन ने बताया है कि घटना की प्राथमिकी जल्द दर्ज कर ली जायेगी. आगे उन्होंने कहा कि घटना में शामिल थानाध्यक्ष व सीओ के बयान पर ही प्राथमिकी दर्ज होगी. जो अभी इलाजरत है. साथ ही एसपी ने बताया है कि घटना में शामिल लोगों की वीडीओ ग्राफी करायी गयी है. उसी के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.
दहशत के साये में जी रहे हैं धरमपुर गांव के लोग
अमरपुर. धरमपुर गांव में हुई पत्थरबाजी व गोलाबारी घटना के दूसरे दिन घटनास्थल पर एक भी पुलिस कर्मी नहीं पहुंचे थे. अमरपुर-बांका मुख्य मार्ग के धरमपुर गांव के समीप घटनास्थल पर सन्नाटा पसरा हुआ है. स्थानीय लोग इस घटना को लेकर काफी भयभीत हैं. धरमपुर गांव के लोग कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे है. दिन में भी लोग अपने-अपने घरों में दुबके नजर आ रहे हैं. वहीं कुछ ग्रामीणों ने बताया है कि घटना का मुख्य कारण शिवलिंग है, जो यहां के एक भूखंड पर गत सोमवार को निकलने की अफवाह है.
जमीन के मालिक ने शिवलिंग निकलने की घटना को साजिश करार देते हुए एक आवेदन अंचलाधिकारी को दिया था. िमले आवेदन के आधार पर सीओ और थानाध्यक्ष घटनास्थल पर पहुंच कर उक्त शिवलिंग को हटाना चाह रहे थे, जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया. इस बीच पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प शुरू हो गयी. पत्थरबाजी और गोलीबारी की घटना में अधिकारी समेत कई लोग जख्मी हो गये थे. ग्रामीणों के अनुसार पुलिस के द्वारा कई चक्र गोली चलायी गयी, जिससे धरमपुर हाट होने के कारण दूर-दराज गांव के लोग घटना स्थल पर पहुंच कर पत्थरबाजी करने लगे. मालूम हो बांका जिले में जमीन पर जबरन कब्जा करने को लेकर तरह-तरह के हथकंडे अपनाये जाते हैं और जमीन मालिक को बेदखल कर दिया जाता है.