बांका: राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के द्वारा मिलने वाली धन राशि की बांका में आउटसोर्सिग के माध्यम से लूट मची हुई है. मालूम हो कि बांका जिला अंतर्गत बरौथा ग्रामवासी समाज सेवी धीरेंद्र यादव ने 29 जनवरी 2014 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी इसकी जानकारी दी थी. चकमुनियां रजाैन में आयोजित विकास यात्र में सरकार आपके द्वारा कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के जनता से मुखातिब होने के क्रम में उन्होंने मुख्यमंत्री आवेदन देकर बांका में हो रहे लूट की जानकारी दी थी.
इसके साथ ही स्थानीय सांसद जय प्रकाश नारायण यादव ने आउटसोर्सिग में लूट का मामला संज्ञान में आने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को 24 जुलाई 2014 को पत्र लिख कर मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने, सरकारी धन की लूट को रोकने व राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के निर्देशों का पालन कर इसका लाभ वास्तविक लाभुकों तक पहुंचाने की मांग की थी, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब आउटसोर्सिग की निविदा में भारी अनियमितता उजागर हुई है. साइलेंट जेनरेटर की निविदा में भी राज्य द्वारा जारी मापदंड को दरकिनार करते हुए बांका में जनरेटर का भाड़ा प्रतिदिन की दर से अलग कर दिया गया व इर्ंधन का दर प्रति घंटा अलग कर दिया, जबकि अन्य जिलों में जेनरेटर का प्रति घंटा दर में जेनरेटर परिचालन का पूर्ण व्यय (ईंधन, तकनीशियन एवं रख रखाव) सहित अन्य खर्च शामिल है.
कहते हैं सिविल सजर्न
इस संबंध में सीएस जितेंद्र कुमार ने कहा कि आउटसोर्सिग के जो भी मामले हैं, उनकी पदस्थापन के पूर्व के हैं. मामला मेरे संज्ञान में नहीं है. कार्यालय से जानकारी प्राप्त कर इसकी जांच करवायी जायेगी.