चांदन : डीएम डा निलेश देवरे के निर्देश पर बुधवार को धोरैया बीडीओ गुरूदेव प्रसाद ने दुम्मा (झारखंड बॉर्डर) से लेकर गोड़ियारी तक कांवरिया पथ का निरीक्षण किया. इस मौके पर चांदन बीडीओ श्याम कुमार भी मौजूद थे. निरीक्षण के क्रम में दुम्मा स्थित जर्जर बिहार-द्वार का अधिकारियों ने जायजा लिया. बिहार-द्वार को दुरूस्त करने का कार्य काफी सुस्त गति से होने पर अधिकारियों ने असंतोष व्यक्त किया. गोड़ियारी तक कच्ची पथ में डाले गये बालू की क्वालिटी काफी घटिया थी.
बीच-बीच में चार-पांच जगहों पर बालू बिछाया ही नहीं गया था. दुम्मा से गोड़ियारी तक पीएचइडी द्वारा कुल 35 चापाकल लगाये गये हैं. जिसमें पांच अभी भी खराब पड़े हैं. गोड़ियारी के निकट संकरी कच्ची पथ को चौड़ा करने की जरूरत है. सरकारी धर्मशाला हड़खार में साफ-सफाई का कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ है. शौचालय में काफी गंदगी व्याप्त है. बातचीत के क्रम में श्रद्धालुओं ने पथ में बालू की मात्र कम होने की शिकायत की. धोरैया बीडीओ ने कहा कि वे जांच रिपोर्ट डीएम को सुपुर्द करेंगे.