शुभाशीष पांडेय, औरंगाबाद पूर्व मध्य रेलवे ने यात्री टिकट से एक साल के अंदर में सर्वाधिक कमाई करने वाले टॉप 40 स्टेशनों की सूची जारी की है. इसमें औरंगाबाद जिले का मुख्य रेलवे स्टेशन अनुग्रह नारायण रोड 29वें नंबर पर है. अनुग्रह नारायण रोड ने एक साल यानी एक अप्रैल 2023 से लेकर 31 मार्च 2024 के बीच यात्री टिकटों से 271413877 रुपये कमाये हैं. स्टेशन को अनारक्षित यानी जेनरल टिकट से एक साल के भीतर 107522135 रुपये व आरक्षित यानी रिजर्वेशन टिकट से 163891742 रुपये प्राप्त हुए है. इन आंकड़ों पर गौर करें, तो पता चलता है कि अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन पूर्व मध्य रेल जोन का बड़ा व अधिक राजस्व देने वाला स्टेशन है. इस सूची में पहले नंबर पर पटना जंक्शन, तीसरे नंबर पर दानापुर जंक्शन, चौथे नंबर पर दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, पांचवें नंबर पर गया जंक्शन, 19वें नंबर पर डेहरी-ऑनसोन जंक्शन, 21वें नंबर पर सासाराम जंक्शन व 27 वें नंबर पर डाल्टेनगंज स्टेशन है. इधर, अनुग्रह नारायण रोड को देखें तो एनटीपीसी व बीआरबीसीएल बिजली परियोजना व सीमेंट प्लांट होने के कारण माल ढुलाई से भी स्टेशन को राजस्व की प्राप्ति काफी अधिक होती है. साफ-सफाई के मामले में भी यह स्टेशन अव्वल रहता है. 2019 में रेल स्वच्छता सर्वे में यह स्टेशन देश का दसवां सबसे स्वच्छ स्टेशन बना था. एएन रोड से नीचे हैं भभुआ, पटना साहिब, सीतामढ़ी अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन कमाई व साफ-सफाई के मामले में जोन में अपनी विशेष पहचान रखता है. टॉप 40 स्टेशनों की सूची में कई ऐसे प्रमुख स्टेशन है, जिनकी रैंकिंग अनुग्रह नारायण रोड से नीचे है. इस सूची में अनुग्रह नारायण रोड से नीचे सकरी जंक्शन, नरकटियागंज जंक्शन, सीतामढी, नवगछिया, मोकामा जंक्शन, बख्तियारपुर जंक्शन, झाझा, सुगौली, भभुआ रोड, जमुई व पटना साहिब मौजूद है. एक साल में 2096782 यात्रियों ने किया सफर अनुग्रह नारायण रोड यात्रियों से गुलजार रहता है. आंकड़ों पर गौर करें तो इस स्टेशन से एक अप्रैल 2023 से लेकर 31 मार्च 2024 के बीच 20 लाख 96 हजार 782 यात्रियों ने सफर किया है. यह संख्या एक साल के अंदर में ट्रेन पर चढ़ने और उतरने वाले यात्रियों की है. यह संख्या कई बड़े स्टेशनों के मुकाबले अधिक है. सुविधाओं व गाड़ियों का घोर अभाव रेलवे को अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन से करोड़ों का मुनाफा हर साल होता है. इसके बाद भी स्टेशन पर एक दर्जन से अधिक सुपर फास्ट व एक्सप्रेस ट्रेनें ठहरने के बजाय तेज रफ्तार से गुजर जाती हैं. करोड़ों का राजस्व देने वाले अनुग्रह नारायण स्टेशन के साथ रेलवे लंबे वक्त से सौतेला व्यवहार कर रही है. इस स्टेशन से प्रतिदिन हजारों यात्री देश की विभिन्न जगहों के लिए यात्रा करते हैं, लेकिन यहां रुकने वाली ट्रेनों की तादाद बेहद कम है. गया-पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड पर स्थित अनुग्रह नारायण रोड औरंगाबाद जिले का सबसे प्रमुख रेलवे स्टेशन है, लेकिन देश के अन्य बड़े शहरों के लिए यहां ट्रेनों की भारी किल्लत है. वहीं बगल के सासाराम जंक्शन, डेहरी ऑनसोन व गया जंक्शन ट्रेनों से गुलजार है. गया-पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड की सारी ट्रेनें गया जंक्शन पर रुकती हैं. इतना ही नहीं तमाम बड़े शहरों को जाने वाली सुपर-फास्ट ट्रेनें अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन को छोड़ कर डेहरी ऑनसोन और सासाराम जंक्शन पर रुकती हैं. बस अनुग्रह नारायण स्टेशन से तेज गति से गुरती है और गाड़ी का नाम पढ़ते-पढ़ते ओझल हो जाती है. एएन रोड से डायरेक्ट बेंगलुरू, चेन्नई, सूरत जैसे बड़े शहरों के लिए ट्रेन उपलब्ध नहीं है,जिससे यात्रियों को असुविधा होती है.
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