नोटबंदी के खिलाफ राजद ने समाहरणालय पर दिया धरना
राजद नेताओं ने कहा केंद्र के फैसले से बेरोजगार हुए बिहार के 50 लाख लोग
90 प्रतिशत जनता पर पड़ी है नोटबंदी की मार
औरंगाबाद नगर : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 1000 व 500 के नोट बंद कर दिये जाने से आम लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए राजद कार्यकर्ताओं ने बुधवार को महाधरना दिया, जिसकी अध्यक्षता पार्टी के जिलाध्यक्ष कौलेश्वर यादव व संचालन सुबोध कुमार सिंह की. धरना को संबोधित करते हुए ओबरा विधायक वीरेंद्र कुमार सिन्हा ने कहा कि जब से पूरे देश में नोटबंदी हुई है, तब से आम जनता को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
लोग बेहाल हैं पैसे के अभाव में लोगों की जानें जा रही हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 50 दिन का समय देश की जनता से मांगा था़ लेकिन, देश की स्थिति अब तक बिगड़ी हुई है लोगों को जरूरत के अनुसार पैसे नहीं मिल रहे हैं. अब मोदी जी कैशलेस करने की बात कर रहे हैं. पूर्व विधायक मोहम्मद नेहालउद्दीन अंसारी ने कहा कि चुनाव के पूर्व मोदी जी ने देश की जनता से जो वादा किया था, उसमें से एक भी वादा को पूरा नहीं किया, बल्कि देश की सवा लाख करोड़ जनता को बेवकूफ बनाने का काम किया है. मोदी ने देश को संकट की ओर धकेल दिया है. 40 से 50 लाख बिहारी युवा रोजी-रोटी के जुगाड़ में बाहर जाते थे. जब से नोटबंदी हुई है, तब से घर पर बेरोजगार बैठे हुए हैं.
पूर्व विधायक भीम यादव ने कहा कि मोदी जी नोटबंदी कर अपना तानाशाही तरीका अपना रहे हैं. जिला अध्यक्ष ने कहा कि नोटबंदी की मार देश की 90 प्रतिशत आबादी झेल रही है. किसानों को खासकर परेशानी हो रही है. महिलाओं को कंगाल बना कर रख दिया. धरना को राघवेंद्र प्रताप सिंह, सुरेश मेहता, उदय उज्जवल, उदय भारतीय, मुन्ना अजीज, कुमारी गोदावरी, अरुण कुमार, युसूफ आजाद अंसारी, रमेश यादव, शंकर यादव, खान इमरोज, खुर्शीद अहमद, संजय यादव, शाहजादा शाही, कुणाल प्रताप, भयंकर चंद्रवंशी, इंदल यादव, डाॅ गुप्तेश्वर यादव, उदय कुमार, बलराम सिंह, डाॅ अरविंद यादव, संजीत यादव सहित दर्जनों नेताओं ने धरना को संबोधित किया.
इस धरने पर सैकड़ों की संख्या में राजद कार्यकर्ता शामिल थे और अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा. साथ ही, कहा कि इसके बाद नोटबंदी का फरमान वापस नहीं लिया जाता है, तो राजद उग्र आंदोलन करने पर बाध्य होगा.