औरंगाबाद (सदर) : औरंगाबाद शहर में संचालित कथित सेवी लिस्टेड कंपनी अलकेमिस्ट के अभिकर्ताओं द्वारा कमीशन को लेकर हंगामा किये जाने के कारण शहरवासियों का एक बार फिर कान खड़े कर दिये है.
पहले नन बैंकिंग कंपनियों के भागे जाने की घटना व उपभोक्ताओं के पैसे डूबने की आशंका से फिर सहमे हुए हैं. मंगलवार को अलकेमिस्ट के अभिकर्ताओं ने अपने कमीशन को लेकर हंगामा शुरू किया तो उन्हें ये जरा भी अंदेशा नहीं था कि इसके बाद कंपनी पर कई तरह के सवाल खड़े हो सकते है.
अब जब अलकेमिस्ट कंपनी चर्चा में आयी है तो लोग यह जानना चाह रहे है कि पिछले 28 नवंबर 2011 से औरंगाबाद में संचालित इस कंपनी की हकीकत क्या है. उपभोक्ताओं को अलग-अलग राज्यों में फ्लैट दिलाने के नाम पर लिये जा रहे पैसे क्या सचमुच सुरक्षित है. इसके अलावे कई तरह के और सवाल लोगों के जेहन में उभर रहे है. कंपनी के शाखा प्रबंधक रामजी राय बताते है इस संस्था का मुख्य कार्यालय चंडीगढ़ में है. दो वर्षो में कंपनी ने अपनी पहचान स्थापित करने में सफलता पायी है.
इधर मैनेजर के इस जवाब से लोग संतुष्ट नहीं हो रहे है. लोगों को इसकी हकीकत जानने की बेचैनी लगी हुई. शहर में अगर किसी प्रकार का कोई भी संस्थान संचालित हो या उसका शुभारंभ होना हो तो उसकी जानकारी यहां के जिला प्रशासन को उपलब्ध कराना बेहद आवश्यक होता. पर,जब अलकेमिस्ट संस्था की जानकारी जिला प्रशासन के एक पदाधिकारी से ली गयी तो उन्होंने भी संदेह जताया. साथ ही इसकी सूचना न होने की बात कही.