नवीनगर : लाख कोशिश के बावजूद चंद्रगढ़ पहाड़ी पर स्थित पानी की टंकी की हालत में सुधार नहीं हो पाया है. स्थिति यह है कि चंद्रगढ़ पहाड़ी पर स्थित पानी टंकी व रतनुआ गांव के समीप बने पंप हाउस में हमेशा ताला ही लटका रहता है.
इस पंप हाउस व पानी टंकी के लिए कर्मचारी भी नियुक्त हैं व इनके रहने के लिए आवास भी बनाया गया है. इतनी सुविधा बहाल होने के बाद भी कर्मचारी आवास में नहीं रहते और घर बैठे सरकार से वेतन पा रहे हैं. इधर, सरकार की तरफ से ग्रामीणों को पेयजल मुहैया कराने के लिए लाखों रुपये पानी की तरह बहाया गया, बावजूद चंद्रगढ़ पानी टंकी से लोगों को घरों में एक बूंद पानी नहीं टपका.
पटवन की होती सुविधा
आसपास के ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, रतनुआ स्थित पंप हाउस से लोगों को पीने के लिए पानी तो नहीं मिल रहा, लेकिन पंप हाउस के नजदीक के किसानों को किराया देने पर गेहूं व धान की पटवन बड़ी सहजता से हो जाती है.
यह कर्मचारियों के लिए अच्छी कमाई का भी जरिया है. ग्रामीण किसानों से लिये गये पटवन के पैसे कर्मचारी आपस में बांट लेते हैं. उत्तर कोयल नहर से दक्षिण पहाड़ी पर स्थित चंद्रगढ़ वासी भीषण गरमी में पानी की किल्लत की समस्या से जूझते रहते है. कर्मचारियों की मिलीभगत से कुछ लोग धान,गेहूं फसल उपजाने में पानी का उपयोग कर लाभान्वित होते हैं.
– गजेंद्र सिंह –