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कई जाली चालानों के साथ पोकलेन जेसीबी, चार ट्रक व दो ट्रैक्टर जब्त
औरंगाबाद नगर : सोमवार को जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल ने बारुण के एनीकाट व धमनी बालू घाट पर छापेमारी कर एक पोकलेन, एक जेसीबी, चार ट्रक व दो ट्रैक्टर सहित ढेर सारे जाली चलान जब्त किये हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि ग्राहकों से घाटों पर अत्यधिक पैसे लेकर चालान काटे जा रहे थे और जब […]
औरंगाबाद नगर : सोमवार को जिलाधिकारी राहुल रंजन महिवाल ने बारुण के एनीकाट व धमनी बालू घाट पर छापेमारी कर एक पोकलेन, एक जेसीबी, चार ट्रक व दो ट्रैक्टर सहित ढेर सारे जाली चलान जब्त किये हैं. जिलाधिकारी ने बताया कि ग्राहकों से घाटों पर अत्यधिक पैसे लेकर चालान काटे जा रहे थे और जब इसकी जांच करायी गयी तो मामला सत्य पाया गया.
बालू घाट संचालकों द्वारा किये जा रहे इस गोरखधंधे से आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. ऐसी स्थिति में एनीकाट बालू घाट की बंदोबस्ती रद्द करने का आदेश दिया गया है. बताया जाता है कि एनीकाट घाट से बालू निकासी का जो एग्रीमेंट किया गया था उस एग्रीमेंट के अनुसार घाट संचालक द्वारा बालू की निकासी कर ली गयी है ,लेकिन संचालकों द्वारा अवैध तरीके से इस घाट से दूसरे घाट के चलान काटे जा रहे थे और बालू को डंप भी किया जा रहा था. छापेमारी के दौरान इस गोरखधंधे का पर्दाफाश हुआ. जिलाधिकारी ने कहा कि बालू घाटों का सीमांकन सीओ द्वारा कराया जायेगा और अवैध उत्खनन को रोकने की जिम्मेदारी थानाध्यक्ष की होगी. उन्होंने कहा कि टास्क फोर्स की मीटिंग में ये सारी बातें उठी हैं, लेकिन इधर दो महिना के अंदर में सभी वैध घाटों की पड़ताल कर ली गयी है और उनके संचालकों को बुला कर इस विषय पर बात की जायेगी कि किन घाटों से कितना बालू का उठाव करना है ताकि न तो पर्यावरण का कोई नुकसान हो और न ही राजस्व की चोरी. एक सिस्टम के तहत बालू निकासी की व्यवस्था विकसित की जायेगी ताकि किसी को कहीं कोई परेशानी न हो.
कार्रवाई से हड़कंप : जिलाधिकारी के छापेमारी के कारण बालू माफियाओं में हड़कंप है. यही वह घाट है जहां बालू माफियाओं का कभी साम्राज्य हुआ करता था. अब वही साम्राज्य धीरे धीरे समाप्त होने के कागार पर पहुंच गये है. जिन घाटों पर कभी कार्रवाई करने के लिए पुलिस को स्थानीय लोगों द्वारा कई बार आवेदन दिये जाते थे और पुलिस पदाधिकारी द्वारा इसे खनन विभाग का मामला बता कर पल्ला झाड़ लेते थे. आज उन्हीं घाटों पर एक सूचना पर जिलाधिकारी अपनी खनन विभाग की टीम के साथ लगातार छापेमारी कर रहें है. सोमवार को की गयी छापेमारी के दौरान डीएम के अलावा खनन विकास पदाधिकारी राकेश रंजन झा, वीणा कुमारी, बारुण थानाध्यक्ष नरोत्तमचंद्र सहित कई अधिकारी मौजूद थे. ज्ञात हो कि अधिक राशि लेकर चालान काटे जाने से संबंधित खबर प्रभात खबर के चार मई के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था, जिसे डीएम ने संज्ञान लेने के बाद बारुण सीओ से जांच करवाया था. जांच के क्रम में प्रभात खबर में छपी खबर की पुष्टि हो गयी. उसके बाद डीएम ने छापेमारी की तो सब कुछ सामने आ गया.
आरोपित अब भी पकड़ से बाहर
बारुण थाना क्षेत्र के सोन नदी में हो रहे अवैध तरीके से बालू उठाव पर रोक लगाने के लिए डीएम द्वारा करीब आधा दर्जन बार छापेमारी की गयी, लेकिन अब तक बालू के अवैध कारोबार करने वाले लोगों को नहीं पकड़ा जाना एक चर्चा का विषय बना हुआ है. लोगों का कहना है कि बालू का अवैध कारोबार स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत के कारण हो रही है ,तभी तो डीएम द्वारा लगातार किये जा रहे कार्रवाई के बाद भी बालू के अवैध कारोबार से जुड़े लोग इस धंधा को बंद नहीं कर रहे हैं. यही नहीं छापेमारी के दौरान वे लोग भागने में सफल हो जा रहे हैं. कहीं न कहीं स्थानीय प्रशासन की भूमिका संदिग्ध दिखाई देती है ,लेकिन यह तो वरीय पदाधिकारी के जांच का विषय है.
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