ओम प्रकाश
दाउदनगर (अनुमंडल) : काराकाट लोकसभा क्षेत्र में चुनावी बिसात सज चुकी है. सभी 15 उम्मीदवारों के नाम सामने आ चुके है. एक तरफ जहां निवर्तमान सांसद महाबली सिंह जदयू प्रत्याशी के रूप में दुबारा चुनाव मैदान में है, तो राजद-कांग्रेस गंठबंधन ने पुन:राजद उम्मीदवार के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ कांति सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है.
एनडीए गंठबंधन की ओर से रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा चुनाव मैदान में है, तो भाकपा माले ने पूर्व विधायक राजाराम सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है.
इस चुनावी मैदान में बसपा उम्मीदवार के रूप में संजय केवट, जनसंघ से रजनी दूबे, राष्ट्र सेवा दल से प्रदीप जोशी, आम आदमी पार्टी से गुलाम कुंदनम, बहुजन मुक्ति मोरचा से दिनेश पटेल समेत अन्य प्रत्याशी चुनाव मैदान में है, तो दूसरी तरफ राजद से नाता तोड़ कर पूर्व विधायक सत्यनारायण सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतर कर इसे अत्यंत रोमांचक बना दिया है. वर्ष 2009 में रोहतास जिले के नोखा, डिहरी व काराकाट तथा औरंगाबाद जिले के ओबरा, नवीनगर, गोह विधानसभा क्षेत्र को मिला कर काराकाट लोकसभा क्षेत्र के नाम से परिसीमन किया गया था.
तब जदयू के वर्तमान सांसद महाबली सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी राजद की पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ श्रीमती कांति सिंह को पराजित किया था. बहरहाल प्रत्याशियों ने तो अपना चुनावी अभियान शुरू कर दिया है. तरह-तरह के वायदों का दौर जारी है. आम तौर पर आम चुनाव राष्ट्रीय मुद्दों पर लड़ी जाती है. परंतु क्षेत्रीय स्तर पर भी कई ऐसे मुद्दे हैं, जिसे नजर अंदाज नहीं किया जा सकता. इन जनहित के मुद्दों पर आम जनता अपने उम्मीदवारों से सवाल करती भी दिख रही है.