पटना: कांग्रेस व लोजपा के बीच गंठबंधन में समस्तीपुर लोकसभा सीट अवरोधक बनती दिख रही है. पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से लोजपा ने रामचंद्र पासवान, जबकि कांग्रेस ने डॉ अशोक कुमार को उम्मीदवार बनाया था. इस बार भी इस सीट पर दोनों दलों की दावेदारी है. रामविलास पासवान द्वारा इस सीट को लेकर दबाव बनाये जाने से नाराज डॉ अशोक ने सोमवार को लोजपा पर हमला बोल दिया.
उन्होंने कहा, पासवान कांग्रेस को ब्लैकमेल कर रहे हैं. लोजपा के साथ तालमेल करने से कांग्रेस को कोई लाभ नहीं हो सकता. पासवान के पास वोट ट्रांसफर कराने की ताकत नहीं रह गयी है. कांग्रेस को राजद से तालमेल करना चाहिए और वहीं तक सीमित रखनी चाहिए. बुधवार को कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में लोजपा को लेकर विवाद खड़ा हो सकता है.
कांग्रेस को चाहिए 10 सीटें
सूत्र बताते हैं कि राजद ने कांग्रेस को अधिकतम 18 सीटें देने का मन बनाया है. ऐसी स्थिति में कांग्रेस अपने को दूसरे नंबर पर रखना चाहती है. इन्हीं 18 सीटों में उसे लोजपा व राकांपा को सीटें देनी हैं. कांग्रेस खुद कम-से-कम 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारना चाहती है. सासाराम से मीरा कुमार, मधुबनी से डॉ शकील अहमद, औरंगाबाद से निखिल कुमार, समस्तीपुर से डॉ अशोक कुमार, जमुई से अशोक कुमार चौधरी, खगड़िया से महबूब अली कैसर, मुंगेर से अनिल शर्मा, किशनगंज से मौलाना असरारूल हक व अररिया से शकील अहमद की उम्मीदवारी तय है. इधर, लोजपा की सूची भी 10 से कम नहीं हो पा रही है. ऐसे में कांग्रेस के भीतर उबाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में इसके अध्यक्ष सुशील कुमार शिंदे को विवादों से जूझना पड़ेगा.