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नीतीश ने कहा, हम विफल हैं तो अविश्वास प्रस्ताव लाये भाजपा

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा पर अफवाह फैलाने और झूठ की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उसे चुनौती देते हुए कहा कि अगर हम सभी मोर्चे पर विफल हैं तो सदन में अविश्वास मत का प्रस्ताव लाये. बिहार विधानसभा में राज्य में आतंकवाद, साम्प्रदायिकता एवं नक्सलवाद से उत्पन्न स्थिति पर विमर्श […]

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा पर अफवाह फैलाने और झूठ की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उसे चुनौती देते हुए कहा कि अगर हम सभी मोर्चे पर विफल हैं तो सदन में अविश्वास मत का प्रस्ताव लाये.

बिहार विधानसभा में राज्य में आतंकवाद, साम्प्रदायिकता एवं नक्सलवाद से उत्पन्न स्थिति पर विमर्श के बाद सरकार की ओर से जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी द्वारा जवाब दिए जाने के बाद नीतीश ने भाजपा पर अफवाह फैलाने और झूठ की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उसे चुनौती देते हुए कहा कि अगर हम सभी मोर्चे पर विफल हैं तो सदन में अविश्वास मत का प्रस्ताव लाकर वह हमारी सरकार को विदा कर दें. भाजपा के उस आरोप कि बिहार की वर्तमान सरकार के कमजोर होने के कारण वह कोई निर्णय नहीं ले पा रही है, इस पर नीतीश ने कहा कि इनका तो कुछ है नहीं. बस यही लक्ष्य है कि एक माहौल पैदा करो.

उन्होंने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि बाहर बोलते रहते हैं. बाहर क्यों बोलते हैं, अगर सरकार हमारी कमजोर है तो वह गिराते क्यों नहीं हैं.पिछले 16 जून को भाजपा से अलग होने के बाद 19 जून को लाए गए विश्वास मत का जिक्र करते हुए कहा कि हम तो विश्वास मत लाए थे, पर वे (भाजपा नेता) सदन छोडकर भाग गए और मतदान तक में हिस्सा नहीं लिया.

उन्होंने कहा कि अगर हमारी सरकार ठीक ढंग से काम नहीं कर रही है सक्षम नहीं है तो अविश्वास का प्रस्ताव लाए और ताकत है तो सरकार को विदा कर दीजिए. नीतीश ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि रोज-रोज बोलकर और बयानबाजी कर माहौल को खराब करने से प्रदेश नहीं चलता.

नीतीश ने भाजपा के बारे में कहा कि बिहार की जनता के खिलाफ आचरण उसका है क्योंकि मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में इस विषय पर पूर्व में चौधरी द्वारा जवाब दिए जाने पर प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव के यह कहते हुए कि गृह विभाग के प्रभार में मुख्यमंत्री हैं और उनके अलावा किसी दूसरे मंत्री के जवाब देने पर वे उसे नहीं सुनेंगे. इसके बाद भाजपा के सभी सदस्य के सदन से बर्हिगमन कर गए.

भाजपा सदस्यों के सदन से बहिर्गमन करने पर नीतीश ने कहा कि जब से यह सदन स्थापित है तबसे उसकी कार्यवाही को उठाकर देख लिया जाए यह परंपरा तो पुरानी रही है.नीतीश ने उन्हें जवाब देने में कोई दिक्कत नहीं पर यह सिद्धांत का प्रश्न है क्योंकि सरकार में सामूहिक जिम्मेदारी होती है और हम सदन के प्रति जवाबदेह हैं.

भाजपा को नकली विपक्ष और राजद को असली विपक्ष बताते हुए नीतीश ने कहा कि भाजपा ने बीच में प्रतिपक्ष के नेता की कुर्सी झपट ली है.उन्होंने कहा कि भाजपा को जनादेश विपक्ष में बैठने का नहीं मिला था और सत्ता से हटाए जाने पर सदन में बीच में बैठना चाहिए था.

नीतीश ने कहा कि जिसको जनादेश विपक्ष में बैठने का जनता ने दिया उसे विस्थापित कर दिया. इनका काम ही है सबको विस्थापित करना.उन्होंने भाजपा के बारे में कहा कि वह क्या आतंकवाद से लडेगी और ऐसा विषय नहीं है कि इसको लेकर सदन को विभाजित किया जाए या पार्टियों को विभाजित किया जाए.

नीतीश ने भाजपा से जानना चाहा कि वह सांप्रदायिकता पर क्यों नहीं कोई बात करते हैं. देश के जो आज हालात हो रहें हैं आखिर उसके तह में तो जाना पडेगा. उन्होंने कहा कि बिहार में वह सांप्रदायिक ताकतों को किसी भी हालत में सिर नहीं उठाने देंगे चाहे जिस प्रकार से इससे निपटना पडे.

नीतीश ने आरोप लगाया कि सांम्प्रदायिक ताकतों द्वारा समाज को विषाक्त करने की कोशिश की जा रही है और हम ऐसा होने नहीं देंगे तथा बिहार की जनता का मन और मिजाज धर्मनिरपेक्षता और सद्भाव का है. नीतीश ने कहा कि पटना में हुए सिलसिलेवार धमाके का जिक्र करते हुए नीतीश ने कहा कि इसको लेकर जो भी संभव हो सकता था उनकी सरकार ने किया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे उन्होंने चुनौती के रुप में लिया है तथा बिहार पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस घटना के साथ बोधगया सिलसिलेवार धमाका मामले का भी खुलासा किया.उन्होंने कहा कि प्रदेश में एटीएस का गठन कर दिया गया है और खुफिया तंत्र को और भी मजबूत करने की दिशा में प्रयास जारी है.

भाजपा के पटना सिलसिलवार धमाके में मरने वालों और घायलों के प्रति मुख्यमंत्री के संवेदनहीन होने के भाजपा के आरोप पर नीतीश ने कहा कि नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना कहा कि बिहार में मरने वालों के परिजनों से मिलने तो वे यहां आए पर भाजपा को यह बताना चाहिए कि अहमदबाद में आतंकी विस्फोट में हताहत लोगों से मिलने उस पार्टी के कौन-कौन गए. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव की चर्चा करते हुए नीतीश ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज चुनाव के माहौल में कई तरह की बातें की जा रही हैं.

भाजपा पर इस मामले में सदन को विभाजित करने का आरोप लगाते हुए नीतीश ने कहा कि नक्सलवाद केवल बिहार की समस्या नहीं है बल्कि यह देश के कई अन्य राज्यों की समस्या है तथा यह लोकतंत्र के लिए चुनौती है. इसलिए इसके बारे में राष्ट्रीय स्तर पर सबको सोचना होगा.

भाजपा के उस आरोप कि नक्सलवाद से निपटने को लेकर उनकी सोच अलग है पर नीतीश ने कहा कि हमारी सोच है कि अभियान के साथ-साथ नक्सलवाद की समस्या को प्रभावित क्षेत्रों का विकास कर उसे समाप्त किया जाए. इसके लिए हमने आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम शुरु किए जिसका आधार पर केंद्र ने आईएपी नाम से एक कार्यक्रम की शुरुआत की है.

उन्होंने कहा कि इसके अलावा नक्सलवाद के खिलाफ सूचना पर आधारित अभियान भी राज्य सरकार द्वारा चलाया जा रहा है. नीतीश ने सीआरपीएफ के सहयोग से बिहार पुलिस द्वारा नक्सलियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई की चर्चा करते हुए भाजपा पर जान पर खेलकर उनके द्वारा कार्रवाई किए जाने पर उन्हें हतोत्साहित करने का आरोप लगाया.उन्होंने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा कि जिसे मोर्चा संभालना पडता है उसे पता चलता है पर घर में बैठकर भाषणबाजी करना तो आसान है.

नीतीश ने हम नक्सलियों के खिलाफ अभियान के साथ-साथ नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्य भी हो ताकि वे मुख्य धारा के साथ जुड सकें.नक्सलवाद से निपटने में प्रदेश सरकार के विफल होने के भाजपा के आरोप पर नीतीश ने कहा कि इस बारे में वह सदन से प्रस्ताव पारित करा ले और नक्सलवाद मिट जाए तो उन्हें सबसे अधिक खुशी होगी.उन्होंने कहा कि हम अपनी निंदा से प्रसन्न होंगे कि हमारी निंदा से नक्सली समस्या का समाधान हो गया तो अपनी निंदा सुनने के वे तैयार हैं.

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