पटना: विधान परिषद की पटना स्नातक सीट पर इस बार भाजपा व जदयू दो-दो हाथ करेंगे. गंठबंधन रहते इस सीट पर जदयू का प्रत्याशी ही चुनाव लड़ता रहा है. पटना विधानसभा व लोकसभा सीट पर भले ही भाजपा ने कई बार जीत का परचम लहराया हो, लेकिन पटना स्नातक सीट पर उसे अभी तक जीत मयस्सर नहीं हुई है. इस सीट के लिए पांच लोकसभा व 27 विधानसभा क्षेत्रों के वोटर मतदान करते हैं.
आश्चर्य इस बात की है कि इतना बड़ा क्षेत्र होने के बावजूद इस क्षेत्र के लिए 55 हजार ही स्नातक वोटर हैं. स्नातक वोटरों में भाजपा की पैठ बढ़ाने के लिए सात नवंबर तक पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता हाथ-पांव मारेंगे. तीन जिलों के पार्टी जिलाध्यक्षों को स्नातक वोटरों से जोड़ने के लिए कहा गया है.
स्नातक व शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के चुनाव को लेकर भाजपा ने एक सेल का गठन किया है. पूर्व विधान पार्षद डॉ राजेंद्र गुप्ता इसके प्रभारी हैं. पटना स्नातक सीट के लिए पार्टी के सामने अब तक चार दावेदारी आयी है. दावेदारों में भाजपा जल प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रत्नेश कुशवाहा, भाजपा वाणिज्य मंच के प्रदेश अध्यक्ष नीरज कुमार, नालंदा जिला भाजपा अध्यक्ष रवि शंकर व भाजयुमो यंग प्रोफेशनल प्रकोष्ठ के संयोजक राजेश रौशन शामिल हैं. इस सीट पर राजद के आजाद गांधी व जदयू के नीरज कुमार जीतते रहे हैं. पिछली बार आजाद गांधी को तीन हजार से अधिक मतों से जदयू के नीरज कुमार ने शिकस्त दी थी.