पटना: राज्य के 34 हजार प्रारंभिक नियोजित अप्रशिक्षित शिक्षक जो एक साल पहले ही संवर्धन कोर्स पूरा कर चुके हैं, वे जल्द ही प्रशिक्षितों की कोटि में आ जायेंगे. इस कोर्स को अनुमति देने का आश्वासन एनसीटीइ (राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद) ने दिया है. इन शिक्षकों को इग्नू द्वारा दो वर्षीय प्रशिक्षण व छह माह का संवर्धन कोर्स कराया गया था. लेकिन एनसीटीइ ने उक्त कोर्स को अनुमति नहीं मिलने के कारण इन्हें प्रशिक्षित घोषित नहीं किया जा सका था. शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा ने कहा कि एनसीटीइ से बात हुई है, एक सप्ताह में अनुमति मिलने की संभावना है. इसके अलावा 64 हजार ऐसे शिक्षक भी हैं, जो इग्नू द्वारा दो वर्षीय प्रशिक्षण ले चुके हैं.
अब इन्हें छह माह का संवर्धन कोर्स कराना है. इसकी शुरुआत पांच सितंबर से की जायेगी. इसके बाद भी पूर्व में नियुक्त नियोजित शिक्षक करीब 39 हजार ऐसे हैं, जिन्हें अभी तक कोई प्रशिक्षण नहीं दिया गया है. इन्हें प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीइआरटी) की है. इसकी शुरुआत भी पांच सितंबर को होगी.
क्या होगा फायदा
अप्रशिक्षित प्रारंभिक शिक्षक अगर प्रशिक्षितों की श्रेणी में आते हैं, तो उनके वेतन में एक हजार रुपये की वृद्धि तत्काल होगी. साथ ही सालाना वेतन वृद्धि की राशि में भी बढ़ोतरी होगी. शिक्षा का अधिकार कानून भी कहता है कि अप्रशिक्षित शिक्षक अब विद्यालयों में नहीं पढ़ाएंगे.