पटना: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तानी सैनिकों की मदद से घात लगाकर घुसपैठियों द्वारा किए गए हमले में शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह की अंत्येष्टि में अपने शामिल नहीं होने के बारे में बिहार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री गौतम सिंह ने आज कहा ‘क्या फर्क पडता है’.शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह की अंत्येष्टि सारण जिला के मांझी थाना अंतर्गत उनके पैतृक गांव सम्हौता में गत आठ अगस्त को की गयी थी.
शहीद जवानों को लेकर बिहार के दो मंत्रियों भीम सिंह और नरेंद्र सिंह द्वारा की गयी टिप्पणी के बाद मांझी विधानसभा क्षेत्र से विधायक गौतम सिंह का शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह की अंत्येष्टि में न शामिल होने के बारे में यह कहा जाना कि इससे क्या फर्क पडता है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जदयू के लिए मुश्किलें बढा दी है.
मुख्यमंत्री आवास पर आज आयोजित जनता दरबार के दौरान संवाददाताओं से गौतम ने कहा कि दिल्ली से लौटने पर गत नौ अगस्त को वह शहीद जवान प्रेमनाथ सिंह और रघुनंदन सिंह के परिजनों से मुलाकात करने गए थे.