पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि नरेंद्र मोदी का सामना करने के डर से नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया, फिर मुख्यमंत्री बनने के लिए वे व्याकुल होकर यात्राएं क्यों कर रहे हैं.
फेसबुक पर जारी ताजा पोस्ट के माध्यम से मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार की संपर्क यात्र के दौरान उनका यह तीसरा प्रश्न है. मोदी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव मे ंकरारी हार के बाद वे इसलिए सीएम पद से इस्तीफा दिये हैं कि वे नमो का सामना नहीं कर सकते. उन्हें नमो का सामना करने की हिम्मत नहीं थी.
जिस व्यक्ति को फोन पर बधाई देने और हाथ मिलाने से परहेज करते हैं, उनसे उन्हें बात करनी पड़ती, गुलदस्ता लेकर हवाई अड्डा पर स्वागत करना पड़ता और पीएम की अध्यक्षता वाली बैठकों में शामिल होना पड़ता. मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने कहा था कि वे प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार नहीं है, तो नमो से उनकी ईष्र्या क्यों है? जब जदयू को केंद्र में सरकार बनना ही नहीं था तो वे इसके नतीजों को प्रतिष्ठा का प्रश्न क्यों बनाया? मोदी ने आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार अपनी छवि को चमकाने के लिए पहले भी इस्तीफा देते रहे हैं. यह सही है कि वे पद के बिना अधिक दिन तक नीं रह सकते. वे गैसल रेल दुर्घटना के बाद भी इस्तीफा दिया था. तीन माह बाद ही वे फिर मंत्री पद पर आ गये. नीतीश कुमार में नैतिकता नहीं है, वे ईष्र्या द्वेष के कारण बिहार का नुकसान कर रहे हैं.
गलतबयानी कर जनता को भरमा रहे हें नीतीश: मंगल
पटना. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा है कि नीतीश कुमार अपनी संपर्कयात्रा में गलतबयानी कर जनता को भरमा रहे हैं. संपर्क यात्र को विध्वंस यात्र बताते हुए उन्होंने कहा है कि नमो ने सरकार गठन के तुरंत बाद ही विदेशों से कालाधन लाने के लिए एसआइटी का गठन किया. कांग्रेस में तो हिम्मत नहीं थी. कांग्रेस पर शुरू से ही काले धनवालों को मदद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश कुमार उसी के साथ हैं.