कटोरिया/बांका: नक्सल प्रभावित आनंदपुर ओपी पर गुरुवार देर रात हमले का प्रयास किया गया. आनंदपुर ओपी के उत्तर व पूरब की दिशा में नक्सलियों के जमावड़े व ओपी की ओर बढ़ने की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मोरचा संभाल लिया. नक्सलियों की ओर से एक -दो राउंड फायरिंग के बाद पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की.
इसके बाद नक्सली पीछे हट गये और मठडीह के पास मोरचा जमा लिया. फायरिंग की जानकारी मिलते ही ओपी अध्यक्ष राजीव कुमार रंजन व सअनि लालबाबू राय ने भी मोरचा संभाला. बांका एसपी भी सूचना के बाद कटोरिया की ओर रवाना हो गये.
लोगों में दहशत : आनंदपुर ओपी के इर्द-गिर्द नक्सलियों के चहलकदमी की सूचना के बाद जिला मुख्यालय से भारी संख्या में एसटीएफ व पुलिस जवानों को एंटी लैंडमाइंस वाहन के साथ आनंदपुर ओपी भेजा गया. पुलिस बल पहुंचने के बाद आनंदपुर ओपी पुलिस ने एंटीलैंडमाइंस वाहन के साथ जंगलों में सर्च अभियान भी चलाना शुरू कर दिया. ओपी अध्यक्ष ने बताया कि जिस ओर जमावड़े की सूचना व जानकारी मिली है, उस ओर सर्च अभियान चलाया जा रहा है. देर रात तक आनंदपुर ओपी व आसपास के क्षेत्र के लोगों में भय व दहशत का माहौल बना हुआ था.
मठडीह के पास दिखे हथियारबंद नक्सली
मठडीह के पास 40 से 50 की संख्या में हथियारबंद नक्सलियों को ग्रामीणों ने देखा. हथियारबंद नक्सलियों को देखते ही ग्रामीण दहशत में आ गये. इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी गयी. देर रात तक आसपास के इलाके में नक्सली डटे थे.
सर्च अभियान शुरू
पुलिस को सूचना मिली कि नक्सलियों ने कई जगह लैंड माइंस बिछाया है. इस कारण पुलिस रात में विशेष सतर्कता बरतते हुए आगे बढ़ रही है.
आनंदपुर ओपी क्षेत्र में नक्सलियों के मूवमेंट की सूचना मिली है. पुलिस द्वारा सर्च अभियान चलाया जा रहा है.
डॉ सत्यप्रकाश, एसपी , बांका
जमुई पुलिस भी अलर्ट
इस घटना से बांका से सटे सीमावर्ती क्षेत्र की जमुई पुलिस भी सक्रिय हो गयी. जमुई एसडीपीओ सुरेंद्र कुमार सिंह ने सूचना की पुष्टि करते हुए कहा कि सीमावर्ती चकाई, सोनो, सिमुलतला, चरकापत्थर थाना की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है. पुलिस नजर रख रही है. झारखंड के देवघर व मोहनपुर थाना पुलिस को भी सीमावर्ती क्षेत्र में गश्त का निर्देश दिया गया है. सिमुलतला थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ने सूचना दी है. इसके बाद पुलिस एलर्ट है. घटनास्थल आठ किमी की दूरी पर है. नक्सलियों से निबटने के लिए पूरी तैयारी है.
फ्लैशबैक
2005 में की थी दारोगा की हत्या
तीन नवंबर 2005 को आनंदपुर ओपी क्षेत्र के गौरा गांव में काली पूजा के दौरान नक्सलियों ने हमला कर दिया था. इस हमले में पुलिस गश्त कर रहे दारोगा भगवान सिंह व दो आरक्षियों की हत्या कर उनके सभी हथियार लूट लिये थे. 31 दिसंबर 2011 को आनंदपुर ओपी क्षेत्र के डेहरार गांव में भी शर्माजी कुआं के पास नक्सलियों ने जन अदालत लगा कर सिमुलतला के कनौती गांव से अगवा किये गये चार की गला रेत कर हत्या
कर दी थी.