फ्रेंडशिप डे आज
भागलपुर : हाथ में फ्रेंडशिप बैंड बांधे, एक-दूसरे के गले में हाथ डाले दोस्तों के साथ खुल कर मौज-मस्ती करते यूथ को देख हैरान न हों, क्योंकि आज का दिन सिर्फऔर सिर्फ दोस्ती के नाम है.
हम आज ‘फ्रेंडशिप डे’ यानी कि मित्रता दिवस मना रहे हैं. पिछले कुछ वर्षों में सोशल साइट्स ने युवाओं के बीच इसकी काफी लोकप्रियता बढ़ायी है. खलील जिब्रान के शब्दों में एक सच्चा मित्र हमारे अभावों की पूर्ति करता है.
जानें 100 साल पुराने इतिहास को. अगस्त के पहले रविवार को मित्रता के प्रतीक के रूप में माने जाने वाले इस दिन की शुरु आत 1919 में हुई. इसका श्रेय हॉलमार्क कार्ड के संस्थापक ‘जॉएस हॉल’ को जाता है. हालांकि औपचारिक तौर पर इसे मनाने की परंपरा अमेरिकी कांग्रेस ने तब शुरू की, जब 1935 में उनके द्वारा दोस्तों के सम्मान में एक दिन समिर्पत करने का फैसला लिया गया.
प्रथम विश्व युद्ध के विनाशकारी प्रभाव और न केवल राष्ट्रों बल्कि व्यक्तियों के बीच फैलते अविश्वास और घृणा के बीच मैत्री और सौहार्द के लिए ऐसी किसी परंपरा की शुरु आत की दरकार थी. अमेरिकी कांग्रेस ने ही फ्रेंडशिप डे अगस्त के पहले रविवार को नामित किया और देखते ही यह अंतरराष्ट्रीय दिवस बन गया.
फ्रेंडशिप ग्रीटिंग्स कार्ड और बधाई सन्देशों में ‘विन्नी द पूह’. फ्रेंडशिप डे के सम्मान में वर्ष 1998 में संयुक्त राष्ट्र के तत्कालीन महासचिव कोफी अन्नान की पत्नी नाने अन्नान ने दोस्ती की मिसाल के रूप में प्रसिद्ध कार्टून चरित्र विन्नी द पूह को दुनिया के लिए दोस्ती का ब्रांड एंबेसेडर घोषित किया था. इधर फ्रेंडशिप डे को लेकर बाजार में दोस्ती को खास बनाने वाले गिफ्ट से दुकानें सज गयी हैं. शनिवार को इन दुकानों पर युवाओं की भीड़ लगी रही. साथ ही विभिन्न उम्र के इक्का-दुक्का लोगों ने भी अपने दोस्तों के लिए ग्रीटिंग्स और उपहार खरीदे.
इसके अलावा बाजार से लेकर विभिन्न मोहल्ले में दोस्तों के बीच फ्रेंडशिप मनाने की तैयारी चल रही थी कि कहां और किस तरह से फ्रेंडशिप डे सेलिब्रेट किया जाये, ताकि इस बार का फ्रेंडशिप डे यादगार बने.