पटना : पटना कॉलेज में हॉस्टल आवंटन समेत अन्य मांगों को लेकर राजभवन मार्च कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठियां बरसायी. पुलिस और छात्रों में डाकबंगला चौराहे पर धक्का-मुक्की हुई. प्रदर्शन कर रहे कई छात्रों को चोट आयी. कई छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया. हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया. प्रदर्शन की वजह से डाकबंगला चौराहा घंटों जाम रहा.
इस कारण शहरवासियों को काफी परेशानी हुई. शुक्रवार को विभिन्न छात्रों संगठनों ने संयुक्त रूप से राजभवन मार्च निकाला. मार्च पटना कॉलेज से निकला और डाकबंगला चौराहा पहुंचा ही था कि वहां पुलिस ने उन्हें रोक दिया. बावजूद छात्र आगे बढ़ने की कोशिश करते रहे. पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए छात्रों पर लाठियां भांजी. पुलिस और छात्रों में काफी देर तक धक्का मुक्की होती. पुलिस ने तीन छात्रों को गिरफ्तार कर लिया और कोतवाली ले गये. इसके बाद छात्र भी कोतवाली पहुंच गये और वहां साथियों को छोड़ने की मांग करने लगे. इसके बाद गिरफ्तार छात्रों को रिहा कर दिया गया.
राज्यपाल से मिला प्रतिनिधिमंडल : छात्रों का जत्था आर ब्लॉक चौराहे पर पहुंचा, जहां काफी देर तक छात्रों ने सभा की. इसके बाद छात्रों का एक आठ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल के प्रधान सचिव से मिला. प्रधान सचिव ने छात्रों को आश्वासन दिया कि वह इस संबंध में कुलपति से बातचीत करेंगे. प्रतिनिधिमंडल में शामिल एआइएसएफ के राज्य सचिव मंडल सदस्य सुशील कुमार ने कहा कि कुलपति प्रो वाइसी सिम्हाद्री द्वारा लगातार ऐसे-ऐसे निर्णय लिये जा रहे हैं, जो छात्र विरोधी हैं.
कभी वे हॉस्टल से रोकते हैं. कॉलेज नहीं आने पर पचास रुपये जुर्माना लगाते हैं तो कभी एक ही ट्रेड में स्नातक और मास्टर करने के लिए छात्रों के लिए बाध्य करते हैं. राजद के राज सिन्हा ने कहा कि लगातार छात्र विरोधी निर्णय लिये जा रहे हैं. प्रतिनिधिमंडल में आइसा के मोख्तार, एआइडीएसओ से सुमन लता मौर्य, आजाद चांद,नवनीत कुमार व विकास कुमार शामिल थे. प्रदर्शन में निकोलाई शर्मा, अफरोज, राजेश, दिवाकर, अभिषेक आनंद व संजय कुमार समेत कई छात्र शामिल थे.