नयी दिल्ली : साइना नेहवाल और के श्रीकांत ने आज यहां इंडिया ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट के सेमीफाइनल के प्रवेश किया लेकिन एच एस प्रणय और आरएमवी गुरुसाईदत्त क्वार्टर फाइनल में शुरुआती बढत का फायदा नहीं उठा पाये और उन्हें हार का सामना करना पडा.
पांच बार के विश्व चैंपियन लिन डैन को भी टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता देखना पडा. विश्व में दसवें नंबर के इंडोनेशियाई खिलाड़ी टोमी सुगियार्तो ने यहां सिरी फोर्ट स्पोर्ट्स काम्पलेक्स में पुरुष एकल में दो बार के ओलंपिक चैंपियन चीनी खिलाड़ी को बेहद कडे मैच में 21-17 15-21 21-17 से हराया.
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साइना ने सिरी फोर्ट काम्पलेक्स में महिला एकल में इंडोनेशिया की हना रमादिनी को 21-15, 21-12 से पराजित किया. वह विश्व की नंबर एक खिलाडी बनने से अब केवल एक जीत दूर हैं. साइना सेमीफाइनल में जापान की युई हाशिमोतो से भिडेगी.
मौजूदा विश्व और आल इंग्लैंड चैंपियन स्पेन की कारोलिना मारिन ने भी जापान की छठी वरीय नाजोमी ओकुहारा को 21-15, 17-21, 21-15 से हराया. अब उनका सामना पूर्व विश्व चैंपियन थाईलैंड की रतचानोक इंतानोन से होगा. पुरुष एकल में विश्व के चौथे नंबर के खिलाडी श्रीकांत ने जापान के ताकुमा उएदा को एक घंटे 19 मिनट तक चले संघर्षपूर्ण मुकाबले में 21-15, 23-25, 21-18 से हराया. उनका अगला मुकाबला चीन के झुइ सोंग से होगा.
पिछले दौर में दुनिया के नंबर दो खिलाड़ी और यहां शीर्ष वरीयता प्राप्त जान जोर्गेनसेन को हराने वाले प्रणय ने एक और उलटफेर की उम्मीद जगायी लेकिन आखिर में वह विश्व के छठे नंबर के खिलाड़ी विक्टर एक्सेलसन से 58 मिनट तक चले मुकाबले में 21-16, 9-21, 18-21 से हार गये.
राष्ट्रमंडल खेलों के कांस्य पदक विजेता गुरु ने आज भारत की तरफ से शुरुआत की. उन्होंने शुरु में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन बाद में वह लय खो बैठे जिसके कारण उन्हें चीन के झूइ सोंग से 21-15, 18-21, 13-21 से हार का सामना करना पडा.
साइना ने शुरु में ही 10-6 से बढत बना ली लेकिन हना ने लगातार चार अंक बनाकर बराबरी कर ली. साइना इसके बाद अंतर बढाती गयी और आखिर में पहला गेम अपने नाम किया. दूसरे गेम में भारतीय खिलाड़ी ने अच्छा खेल दिखाया और शुरु में ही 11-4 की मजबूत बढत हासिल कर ली और फिर पीछे मुडकर नहीं देखा.
हना को हराने के बाद साइना ने कहा, मैं पहली बार उसके खिलाफ खेली. इंडोनेशियाई खिलाडी कलाई का अच्छा इस्तेमाल करते है और कडी चुनौती पेश करते हैं. मैं अभी नंबर एक या नंबर दो पर ध्यान नहीं दे रही हूं. मैं एक बार में एक मैच पर ध्यान केंद्रित करके उसे जीतने पर ध्यान दे रही हूं. श्रीकांत ने फिर से बेहतरीन खेल दिखाया.
उन्होंने पहला गेम जीतने के बाद दूसरे गेम में 5-12 से पिछडने के बाद उसे 20-20 से बराबर किया लेकिन आखिर में जापानी खिलाड़ी इसे जीतने में सफल रहा. श्रीकांत ने निर्णायक गेम में 15-9 की बढत बनायी. ताकुमा ने फिर से स्कोर 18-19 कर दिया लेकिन आखिर में भारतीय खिलाडी जीत दर्ज करने में सफल रहा.
श्रीकांत ने बाद में कहा, मुझे खुशी है कि मैं इतना लंबा मैच खेला. मैंने उसे स्विस ओपन के क्वार्टर फाइनल में हराया था. मुझे दूसरे गेम में ही मैच जीत जाना चाहिए था. मुझे लगता है मैं टूर्नामेंट जीत सकता हूं. जोर्गेनसेन को बाहर करने के बाद प्रणय का सामना डेनमार्क के एक अन्य खिलाड़ी से था. उन्होंने अपने बैकहैंड और स्मैश का अच्छा प्रदर्शन करके पहला गेम जीता लेकिन विक्टर ने दूसरे गेम में शानदार वापसी की और इसके बाद उन्होंने भारतीय खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया.
प्रणय ने बाद में कहा, मैंने काफी गलतियां की. मेरे स्मैश सटीक नहीं थे और मैं कोर्ट पर धैर्य नहीं रख पाया. मैं आज के अपने प्रदर्शन से खुश नहीं हूं. गुरु ने सकारात्मक शुरुआत की और पहले गेम में 11-8 से बढत बनायी. उन्होंने अपने स्ट्रोक्स से सोंग को परेशानी में रखा और पहला गेम अपने नाम किया. दूसरे गेम में भी वह गुरु एक समय 11-9 से आगे थे लेकिन इंटरवल के बाद सोंग ने अपनी रणनीति बदली. दोनों के बीच कडा मुकाबला चला लेकिन चीनी खिलाड़ी यह गेम जीतकर वापसी करने में सफल रहा.
निर्णायक गेम में गुरु ने फिर से 7-3 से बढत बनायी लेकिन ब्रेक के समय सोंग 11-10 से आगे था. चीनी खिलाड़ी ने इसके बाद दबदबा बना दिया और गुरु ने गलतियां की. सोंग ने सात अंक बनाये और फिर भारतीय खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया. गुरु ने कहा, मैंने शुरु में दबदबा बनाया लेकिन इसके बाद सोंग ने मुझे ड्रिबल का मौका नहीं दिया और उसने आक्रामक खेलना शुरु कर दिया. मैंने लंबी रैलियां भी खेली और अपनी दूसरी रणनीति को नहीं अपना पाया.