नयी दिल्ली : फार्म के लिए संघर्ष कर रही पहलवान साक्षी मलिक को ट्रायल्स में हिस्सा लिये बिना विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप का टिकट मिल गया क्योंकि 62 किग्रा में उनकी प्रतिद्वंद्वी सरिता मोर ने चोटिल होने के कारण नाम वापस ले लिया.
ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली साक्षी इस साल की शुरुआत से खराब फार्म से जूझ रही है और वह राष्ट्रमंडल खेलों 2018 में सिर्फ कांस्य पदक ही हासिल कर सकी और एशियाई खेलों में कोई भी पदक जीतने में नाकाम रही थी. भारतीय कुश्ती महासंघ चाहता था कि सुशील और साक्षी ट्रायल्स में भाग लें लेकिन सुशील ने खराब फार्म के कारण ट्रायल्स में भाग नहीं लिया.
भारतीय कुश्ती महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर ने कहा, चार वर्गों का ट्रायल बाकी था जिसमें हमने बजरंग (पुरुष 65 किग्रा) और विनेश फोगाट (महिला 50 किग्रा) के वर्ग में ट्रायल नहीं कराने का फैसला किया है. साक्षी को सरिता के खिलाफ ट्रायल्स में उतरना था लेकिन घुटने की चोट के कारण सरिता ने नाम वापस ले लिया इसलिए हम विश्व चैम्पियनशिप में साक्षी को भेज रहे हैं.
बेलारुस में रविवार को यूडब्ल्यूडब्ल्यू रैंकिंग प्रतियोगिता के फाइनल में साक्षी अजरबैजान की मारिअन्ना सत्सिन से हार गयी थी लेकिन इस प्रदर्शन से बुडापेस्ट में 20 से 28 अक्तूबर तक होने वाले प्रतियोगिता के लिए उनका हौसला बढ़ेगा. इस स्पर्धा में चौथा वर्ग महिलाओं के 53 किग्रा भार वर्ग का है जिसके लिए रितु फोगाट और पिंकी का सामना होगा.
तोमर ने कहा, रितु ने तुर्की के यासर डोगु में हुई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में 50 किग्रा भार वर्ग में मुकाबला किया था लेकिन उससे लगता है कि वह 53 किग्रा वर्ग में अच्छा कर सकती है. हमने रितु और पिंकी के बीच ट्रायल कराने का फैसला किया.
यह ट्रायल महिलाओं के राष्ट्रीय कोच कुलदीप मलिक के देखरेख में कल लखनऊ में होगा. इस मौके पर डब्ल्यूएफआई के अधिकारी ने यह भी बताया कि 27-30 सितंबर तक राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में अंडर-23 राष्ट्रीय चैम्पियनशिप का आयोजन किया जाएगा जिससे पहलवानों की अगली पीढ़ी की पहचान की जा सके.