शाहरुख खान ने राज क्रुंदा पर बोला हमला
बॉलीवुड स्टार और आइपीएल फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक शाहरुख खान ने शनिवार को इशारों ही इशारों में आइपीएल फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स के सह मालिक राज कुंद्रा पर हमला बोला है. किंग खान का मानना है कि सट्टेबाजी से कमाया गया पैसा हराम का होता है और वह हराम का पैसा नहीं लेते. स्पॉट फिक्सिंग विवाद पर प्रतिक्रि या व्यक्त करते हुए शाहरुख ने कहा कि टीम मालिक होने के नाते, जो कुछ हो रहा है उसकी मैं प्रशंसा नहीं कर सकता.
टीम मालिक पाक-साफ हों
स्वाभिमानी व्यक्ति और खेल का दीवाना होने के नाते.मेरा मानना है कि अगर आप खेल में हैं तो आपको अपनी फिल्म की टिकट ब्लैक नहीं करनी चाहिए, हम तो नहीं बेचेंगे, किसी और को करनी हो तो करने दीजिए. एक अंगरेजी अखबार को दिये साक्षात्कार में शाहरुख ने कहा कि टीम मालिक को इस तरह के कामों में लिप्त नहीं होना चाहिए. भले ही आप प्रकृति से सट्टा लगाने वाले इनसान हों. अगर आप मालिक हैं तो आपको नियमों और कमियों की जानकारी होती है. उनका दुरूपयोग करना अच्छी बात नहीं है. अगर आप ट्रैफिक पुलिस वाले हैं तो आपको अपनी निजी कार से भी ट्रैफिक सिगलन पार नहीं करना चाहिए. शाहरुख ने कहा कि राज कुंद्रा की पत्नी शिल्पा शेट्टी मेरी पहली नायिकाओं में थी. मैं राज और शिल्पा के बेहद करीब हूं.
सट्टेबाजी घृणित काम
राज मित्र है. उसे इसकी जरूरत नहीं है. मुङो उम्मीद है कि वह कानूनी लड़ाई लड़ेंगे और इससे कुछ न कुछ निकलेगा. ये सब बुकीज के दावे हैं, उनकी पुष्टि होनी चाहिए. मुङो नहीं लगता कि जब बुकी किसी का नाम ले रहा होता है, तो उस पर भरोसा करना चाहिए. बॉलीवुड से जुड़ा कोई व्यक्ति या कोई और सट्टा लगाता है या लोगों को फिक्सिंग को प्रोत्साहित करता है, तो बहुत घृणित कार्य करता है. यह गलत है. मैं इसमें पूरी तरह से यकीन करता हूं क्योंकि आप लोगों को फिक्सिंग के लिए प्रोत्साहित कर रहे होते है.
फिक्स का जोखिम नहीं लेता
शाहरुख ने कहा मैं सट्टा लगाने वाला व्यक्ति नहीं हूं. मैं जोखिम लेता हूं, जो हकीकत होती है. वो जोखिम नहीं लेता, जो फिक्स होता है. दीवाली के दौरान जब हम कुछ मित्रों के साथ खेले रहे होते हैं, तो सिर्फ 100 रुपये लगाते हैं. यह सब मजाक में किया जाता है. कमाई होने के बावजूद मैं पैसे नहीं लेता. कुछ चीजों को लेकर मैं पूरी तरह इसलामिक हूं. मैं कभी गैर कानूनी तरीके से कमाया गया पैसा या ब्याज नहीं लेता. इसे हम हराम का पैसा कह सकते हैं.