Mughal Harem Stories : अकबर के हरम की सबसे खूबसूरत औरत अनारकली से था सलीम को इश्क, क्या सच में मिली थी पत्थर में चुनवा देने की सजा?
Mughal Harem Stories : ‘अनारकली’ यह उपाधि मुगल काल में एक महिला नादिरा बेगम या शर्फ-उन-निसा को दी गई थी. कहा जाता है कि वह बेहद खूबसूरत थी, इसलिए उसे इस उपाधि से नवाजा गया था. अनारकली अकबर के हरम की खास औरतों में शामिल थी, लेकिन उसका प्रेम संबंध अकबर के बेटे सलीम से हुआ, जिस वजह से बादशाह उससे नाराज थे और उन्होंने अनारकली को दीवार में चुनवा दिया था. यह इतिहास की एक ऐसी घटना है, जिसे सच मानने से कई इतिहासकार इनकार करते हैं, वहीं कई विदेशी इतिहासकार इस सच्चाई की पुष्टि करते हैं. आइए जानते हैं क्या थी अनारकली की सच्चाई.
Table of Contents
Mughal Harem Stories : भारत के इतिहास में मुगल बादशाहों की ठाठ–बाट और उनके केंद्रीय प्रशासन की खूब चर्चा और प्रशंसा होती है. मुगल काल की एक और चीज है, जिसकी चर्चा के बिना मुगलों की कहानी पूरी नहीं होगी और वह है –अनारकली. अनारकली एक बेहद खूबसूरत महिला थी, जिसके साथ बादशाह अकबर के बेटे सलीम यानी जहांगीर की प्रेम कहानी बहुत चर्चित है. इस प्रेम कहानी पर बाॅलीवुड में एक बेहतरीन मूवी भी बनी है, जिसका नाम है मुगल ए आजम. मुगल हरम में यूं तो राजा यानी बादशाह का शासन चलता था, लेकिन कई बार यहां ऐसी घटनाएं हुईं, जो बड़े विवाद का विषय बन जाती थीं. कई बार यह पिता–पुत्र और भाई–भाई के बीच कलह की बड़ी वजह भी बन जाता था. अनारकली और सलीम का प्रेम भी इसी तरह की एक घटना थी.
कौन थी अनारकली?
अनारकली कौन थी, इसे लेकर इतिहासकारों में विभिन्न मत है. हालांकि अधिकतर इतिहासकार यह मानते हैं कि अनारकली, जिसका असली नाम नादिरा बेगम था, वह अकबर के हरम की खास महिला था. उसका काम अपने नृत्य–संगीत से बादशाह अकबर का मनोरंजन करना था. उसकी खूबसूरती और गुलाबी रंगत की वजह से उसे अनारकली नाम दिया गया था.
अनारकली और सलीम का प्रेम संबंध
किशोरी शरण लाल ने अपनी किताब में लिखा है कि अनारकली अकबर के हरम की पसंदीदा महिलाओं में से एक थीं. एक दिन, वर्ष 1598 में, जब बादशाह अकबर लाहौर में सुंदर अनारकली के साथ शीशों से सजे एक कमरे में बैठे थे, तो उन्होंने शीशे में अनारकली का प्रतिबिंब देखा, जो राजकुमार सलीम की एक प्रेम भरी मुस्कान का जवाब दे रही थी. सलीम उस समय तीस वर्ष के थे, युवा और सुंदर, और अकबर सत्तावन. उन्हें सलीम और अनाकरकली का यह प्रेम बिलकुल गंवारा नहीं गुजरा और उन्होंने अनारकली को दीवार में जिंदा चुनवा देने की सजा दी.
यह एक क्रूर मध्ययुगीन चर्चा थी, हालांकि इसका जिक्र कई विदेशी इतिहासकारों ने अपनी किताब में किया है. किशोरी शरण लाल ने विलियम फिंच और एडवर्ड टेरी के हवाले से यह बताया है कि अनारकली और सलीम के बीच प्रेम संबंध थे, जिसे अकबर ने स्वीकार नहीं किया और उसने अनारकली से यह कहा कि वह सलीम से रिश्ता तोड़ ले. अनारकली जब इसके लिए राजी नहीं हुई, तो उसे जिंदा दीवार में चुनवा दिया गया था. सलीम और अकबर के बीच जो तनावपूर्ण संबंध थे, उसके लिए भी अनारकली के साथ सलीम के प्रेम संबंध ही कारण थे.
विभिन्न विषयों पर एक्सप्लेनर पढ़ने के लिए क्लिक करें
अकबरनामा और जहांगीरनामा में अनारकली का जिक्र नहीं
अनारकली को कई इतिहासकार एक काल्पनिक किरदार मानते हैं, जिसे रोमांटिक अंदाज में प्रचारित किया गया है. इतिहासकारों का मानना है कि अनारकली का जिक्र ना तो अकबरनामा में है और ना ही जहांगीरनामा में इसलिए इस कहानी के पीछे की सच्चाई संशय पैदा करती है. लेकिन इतिहासकार यह मानने के लिए तैयार नजर आते हैं कि अनारकली अकबर के हरम की एक खूबसूरत महिला हो सकती है.
अनारकली का मकबरा
लाहौर में अनारकली का एक मकबरा है, जिसे जहांगीर ने बनवाया है. इस मकबरे पर फारसी में कुछ पंक्तियां अंकित हैं, जो सलीम और अनारकली के प्रेम को दर्शाती हैं. मकबरे पर फारसी में लिखा है–
‘काश! मैं अपनी प्रियतमा का चेहरा एक बार फिर देख पाता,तो मैं अपने ईश्वर का धन्यवाद करता रहता, जब तक कि पुनरुत्थान का दिन न आ जाए.’ इस मकबरे पर दो तारीख भी अंकित है, जिसे अनारकली की मौत और मकबरे के निर्माण से जोड़ा जाता है.
ये भी पढ़ें : Mughal Harem Stories : बंगाली महिलाओं के दीवाने थे मुगल बादशाह, उन्हें हरम में रखने के लिए रहते थे लालायित
