साफ-सफाई के लिए पूरे देश में एक साथ ‘स्वच्छ भारत अभियान’ चलाना एक अनूठी पहल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत अच्छा प्रयास किया है. इसके बाद भी देश में अनेक स्थानों और शहरों की सफाई व्यवस्था भगवान भरोसे है. आम तौर पर हमारी सोच यही है कि जो हमारा निजी है वही साफ रहे, बाकी से क्या लेना? इसीलिए हमारे घर, दुकान और संस्थान साफ तो होते हैं, लेकिन सड़कें, गलियां और सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी बिखरी पड़ी होती है.
सड़कें चूंकि सार्वजनिक हैं, इसलिए वह गंदी रहती हैं. नालियां सार्वजनिक हैं, तो उसमें कचरा फेंका जाता है, लेकिन घरों के अंदर की नालियां निजी हैं, तो वो साफ हैं. प्रधानमंत्री के सफाई अभियान को लेकर हम संजीदा नहीं हैं. यदि आज ही हम संजीदा हो जायें, तो घर से लेकर बाहर तक सब स्थान स्वच्छ नजर आयेंगे.
मो कैसर जावेद, रामगढ़