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पटना सिटी के दर्जनों मुहल्लों में गहराया पानी संकट
पटना सिटी : पीने की पानी की समस्या से जूझ रहे पटना सिटी वासियों की सुबह किचकिच से आरंभ होती है. दरअसल पुराने बोरिंग पंप बदहाल व जर्जर हो जाने से पानी उलीचने में विफल हैं. ऐसे में बोरिंग पंपों से लोगों की प्यास नहीं बुझ पाती है. स्थिति यह है कि जल स्तर के […]
पटना सिटी : पीने की पानी की समस्या से जूझ रहे पटना सिटी वासियों की सुबह किचकिच से आरंभ होती है. दरअसल पुराने बोरिंग पंप बदहाल व जर्जर हो जाने से पानी उलीचने में विफल हैं. ऐसे में बोरिंग पंपों से लोगों की प्यास नहीं बुझ पाती है. स्थिति यह है कि जल स्तर के नीचे जाने की स्थिति में समस्या इन दिनों कुछ ज्यादा ही गहरा गयी है.
स्थिति यह है कि दर्जनों ऐसे मोहल्ले हैं. जहां सुबह की नींद खुलने के साथ लोगों को पीने की पानी की जुगाड़ में इस मोहल्ले से उस मोहल्ले का चक्कर लगाना पड़ता है. ऊमस भरी गरमी में तो स्थिति और भयावह होती जा रही है.
दर्जन भर से अधिक बोरिंग पानी उलीचने में विफल : अनुमंडल में दर्जन भर से अधिक ऐसे बोरिंग पंप हैं, जो पानी उलीचने में विफल हैं. खासतौर पर खाजेकलां जलापूर्ति पंप, कैमाशिकोह जलापूर्ति पंप, पीरदमरिया जलापूर्ति पंप, मथनी तल, मालसलामी, मोगलपुरा,मंगल तालाब, नवाब बहादुर रोड, फायर ब्रिगेड स्टेशन के साथ शिवपुर, गोलकपुर व घघा घाट की बोरिंग से लोगों की प्यास नहीं बुझा रही है.
इतना ही नहीं वार्ड संख्या 61 के मुरतुजीगंज व रानीपुर काली स्थान की बोरिंग की जल स्तर में आयी कमी के कारण पानी वे नहीं उलीच पा रहे हैं. इस कारण उदरहमापुर, गड़ेरिया टोला, मंशा राम के अखाड़ा, लोहा के पुल, काठ के पुल, मथनी तल, पूर्वी व पश्चिमी कसबा व प्रतापपुर समेत एक दर्जन से अधिक मुहल्लों में पानी की समस्या उत्पन्न हो गयी है.
इसी तरह की स्थिति फौजदारी कुआं, लाला टोली, दुरुखी गली, खंगर गली, लेमिजर लेन, सर्वोदय कॉलोनी, जंगली प्रसाद लेन व दुंदी बाजार समेत अन्य मुहल्लों की है. इन मुहल्लों में भी पानी की समस्या सालोंभर कायम रहती है. इतना ही नहीं पानी की यह समस्या महापौर के वार्ड संख्या 58 व 59 में भी कायम है. संकट झेल रहे लोगों की पीड़ा है कि जनप्रतिनिधि व अधिकारी उनकी बातों को नहीं सुनते हैं. नतीजतन समस्या कायम है. हालांकि, बरसात के समय में जलस्तर बढ़ने से बोरिंग पंप से पानी की आपूर्ति समान्य हो जाती है.
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