By Prabhat Khabar | Updated Date: Jun 18 2019 9:43AM
वेलिंग्टन : क्राइस्टचर्च मस्जिद गोलीबारी का वीडियो साझा करने वाले एक व्यक्ति को मंगलवार को 21 महीने की सजा सुनायी गयी. इस हमले में 51 मुसलमानों की जान चली गयी थी, जो उस समय नमाज पढ़ रहे थे. हमलावर ब्रेंटन टैरेंट ने 15 मार्च को दो मस्जिदों पर गोलीबारी की थी.
इस पूरे हमले को उसने ‘लाइव स्ट्रीम' किया था, जिसका 44 वर्षीय फिलीप आर्प्स ने बाद में वीडियो साझा किया. बाद में आर्प्स को गिरफ्तार कर लिया गया था. आर्प्स को आपत्तिजनक सामग्री वितरित करने के दो आरोपों का दोषी पाया गया.
‘न्यूजीलैंड हेराल्ड' की खबर के अनुसार क्राइस्टचर्च जिला अदालत के न्यायाधीश स्टीफन ओ ड्र्रिस्कॉल ने कहा, ‘‘ यह मुस्लिम समुदाय के खिलाफ एक घृणा अपराध था.'' उन्होंने कहा कि ऐसे हमले के कुछ दिन बाद उसका वीडिया साझा करना क्रूर है... ‘रेडिया न्यूजीलैंड' की खबर के अनुसार ओ ड्र्रिस्कॉल ने पाया कि आर्प्स ने मुस्लिमों की मौत का ‘महिमामंडन' करने के लिए ऐसा किया और कारावास के अलावा कोई और सजा इसके लिए अनुचित होगी.