श्रीनगर : श्रीनगर में कल एक रैली के दौरान राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में कथित तौर पर लिप्त लोगों के खिलाफ कठोरतम संभावित कार्रवाई किए जाने के लिए केंद्र द्वारा जम्मू कश्मीर सरकार को कहे जाने के बाद मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने आज कहा कि कानून अपना काम करेगा. मुख्यमंत्री के स्वर में आया यह बदलाव केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के कडे रवैये के बाद आया. राजनाथ ने मुख्यमंत्री को मसरत को गिरफ्तार करने को कहा है.
अनंतनाग जिले में बाढ प्रभावितों के बीच राहत वितरित किए जाने के बाद मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा ‘‘कानून अपना काम करेगा. अगर किसी ने गलती की है तो कानून अपना काम करेगा.’’पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया ‘‘गिलानी, भट, बशीर अहमद भट उर्फ पीर सैफुल्ला और अन्य अलगाववादी नेताओं के खिलाफ हैदरपोरा में भडकाउ गतिविधियों और पाकिस्तानी ध्वज लहराने के लिए एक प्राथमिकी दर्ज की गई है.’’
उन्होंने कहा कि भीड में मौजूद कुछ असामाजिक तत्वों ने सीआरपीएफ के वाहनों पर पथराव भी किया. बहरहाल, सुरक्षा कर्मियों ने नागरिकों के जीवन की रक्षा करने के लिए संयंम बरता. बडे राजनीतिक दलों ने घटना की आलोचना की है. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कल रात सईद से बात की.
सिंह ने आज उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में संवाददाताओं को बताया ‘‘मैंने जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री से बात की. हम कार्रवाई करेंगे.’’ आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्री ने मुफ्ती से कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे से समझौता नहीं किया जा सकता.आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने सिंह को बताया कि रैली में क्या हुआ और वहां क्या स्थिति थी.
सिंह ने सईद से कहा कि ऐसे किसी भी कदम को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता जिसे राष्ट्रविरोधी कहा जा सकता है. गृह मंत्री ने निर्देश दिया कि जो लोग इसमें लिप्त थे उनके खिलाफ कठोरतम संभावित कार्रवाई की जानी चाहिए.जाडे का समय दिल्ली में बिताने के बाद लौटे गिलानी ने रैली का नेतृत्व किया था। हवाई अड्डे से आलम की अगुवाई में निकाले गए जुलूस में उन्हें उनके आवास ले जाया गया.
आलम ने गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त रहने के आरोप को खारिज करते हुए कहा ‘‘हम तो सिर्फ कश्मीर की जनता की आकांक्षाओं को जाहिर कर रहे हैं.’’हुर्रियत के ध्वज के अलावा कुछ समर्थक पाकिस्तानी ध्वज लिए हुए और पाकिस्तान तथा आजादी के समर्थन में नारे लगाते देखे गए.