मुजफ्फरपुर :शहर को आवारा पशु, अतिक्रमण व पॉलीथिनमुक्त बनाने के नगर निगम का अभियान फिर से ठंडा पड़ गया है. नतीजतन शहर की स्थिति सुधरने के बजाय बिगड़ती ही जा रही है. गंदगी के साथ चहुंओर जाम लग रहा है. नाला जाम के कारण शहर के कई प्रमुख सड़कें व गली-मुहल्लों में घुटने भर पानी लगा है. वहीं सड़कों पर घूमने वाले आवारा पशु व अतिक्रमण के कारण ट्रैफिक की भीषण समस्या हो गयी है. मझौलिया में महिला की हुई मौत के बाद सक्रिय हुए निगम प्रशासन पटना से काऊ कैचर मंगा अभियान की शुरुआत की थी.
एक सप्ताह तक शहर के विभिन्न इलाके में घूम मवेशी को पकड़ गौशाला के हवाले किया गया. इसके बाद अभियान ठंडा पड़ गया. सोमवार को शहर की सड़कों पर दिनभर आवारा पशु मंडराते रहा. वहीं पटना नगर निगम से मंगाये गये काऊ कैचर गाड़ी दिनभर निगम में खड़ी रही. इसी तरह श्रावणी मेला को लेकर कांवरिया पथ, मिठनपुरा पानी टंकी के अलावा शहर के कई इलाके से अतिक्रमण हटा दिया गया था. सड़कें चौड़ी दिखने लगी थी. निगम सुस्त पड़ा.
इसके बाद फिर से हर जगह अतिक्रमणकारी का फिर से कब्जा हो गया है. प्रतिबंधित पॉलीथिन को लेकर तीन-चार महीने पर निगम एक बार कार्रवाई कर आठ-दस हजार जुर्माना राशि वसूल ठंडा पड़ जा रहा है. ये तस्वीरें बताने के लिए काफी हैं. नगर आयुक्त मनेश कुमार मीणा ने कहा िक आवारा पशुओं के साथ पॉलीथिन व अतिक्रमण मुक्त शहर काे बनाना हमारी प्राथमिकता है. इन तीनों मुद्दे पर लगातार अभियान चलेगा.जहां-जहां अतिक्रमण दोबारा लग गया है, अभियान चला हटाये जायेंगे. वहीं आवारा पशुओं की धड़-पकड़ के लिए रात में भी अभियान चलेगा.