ठाकुरगंज : चाइना की मटर तस्करी कर भारत लाई जा रही है. चाइना से भाया नेपाल आ रही यह मटर गलगलिया सीमा से ट्रेनों के जरिये भारतीय बाजारों में पहुंचायी जा रही है. बताया जाता है कि नेपाल के रास्ते आ रही यह मटर सेहत के लिए खतरनाक है. लेकिन इसके बावजूद न तो एसएसबी न ही पुलिस इसकी रोकथाम के लिए सक्रिय है.
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जिले में धड़ल्ले से ट्रेनों के जरिये चाइना से लायी जा रही मटर
ठाकुरगंज : चाइना की मटर तस्करी कर भारत लाई जा रही है. चाइना से भाया नेपाल आ रही यह मटर गलगलिया सीमा से ट्रेनों के जरिये भारतीय बाजारों में पहुंचायी जा रही है. बताया जाता है कि नेपाल के रास्ते आ रही यह मटर सेहत के लिए खतरनाक है. लेकिन इसके बावजूद न तो एसएसबी […]
इस मामले में तो कस्टम की तो बात ही करना बेमानी है उसका कार्य तो बस सीजर बनाने तक सिमट गया है. बताते हैं कि ये मटर स्नोपीस, सोयाबीन आदि से बनाई जाती है, जिस पर सोडियम मेटाबाईसल्फेट नामक केमिकल युक्त हरे रंग में रंगा जाता है, ताकि रंग के साथ-साथ मटर भी लंबे समय तक सुरक्षित रहे.
यह रंग कैंसर पैदा करने में काफी हद तक प्रभावी है. इस तरह के मटर उबालने पर भी नर्म नहीं होते. इन दिनों सीमा पार से भारी मात्रा में चाइना मटर भारत भेजी जा रही है़
इस मामले में जानकार बताते है की कही स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ चायना का छद्म युद्ध तो नहीं. सूत्रों की मानें तो चीन से जो नकली हरे मटर का निर्यात किया जा रहा है जिसकी सप्लाई नेपाल के रास्ते भारत में की जा रही है वह चाइनीज मटर को स्नो पीस सोयाबीन आदि से तैयार किया जाता है.
जिसे सोडियम मेटा बाई सल्फेट नामक केमिकल युक्त हरे रंग में रंगा जाता है ताकि रंग के साथ साथ मटर भी लंबे समय तक सुरक्षित रहें बताते हैं कि इस केमिकल युक्त रंग से कैंसर होने का खतरा होता है चाइनीज मटर उबालने पर भी नर्म नहीं होते हैं जिससे आसानी से इसकी पहचान की जा सकती है एक तरफ स्वास्थ्य से संबंधित नये रिसर्च स्वास्थ्य के सुधार करने के लिए किये जा रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ आतंकवाद के खिलाफ मुंह तोड़ जवाब देते हुए हमारे देश के जवान शहीद हो रहे हैं उसके बावजूद भी आतंकवाद संगठन हमारे स्वास्थ्य के साथ भी नेपाल के रास्ते से इंडो नेपाल सीमा को घुसपैठ कर के चाइनीज मटर की भी भारत में निर्यात करने की फिराक में पुरजोर कोशिश कर रहा है .
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