लड़कियों को मुक्त कराने के लिए बाल संरक्षण आयोग ने डीसी व एसपी को लिखा पत्र
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गुमला व सिमडेगा की तीन नाबालिग लड़कियां तमिलनाडु में हैं बंधक
लड़कियों को मुक्त कराने के लिए बाल संरक्षण आयोग ने डीसी व एसपी को लिखा पत्र गुमला : गुमला और सिमडेगा की तीन नाबालिग लड़कियों को तमिलनाडु में बंधक बना कर रखे जाने की जानकारी बाल अधिकार संरक्षण आयोग को मिली है. इसके बाद बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य सचिव ने सिमडेगा, गुमला के […]
गुमला : गुमला और सिमडेगा की तीन नाबालिग लड़कियों को तमिलनाडु में बंधक बना कर रखे जाने की जानकारी बाल अधिकार संरक्षण आयोग को मिली है. इसके बाद बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य सचिव ने सिमडेगा, गुमला के डीसी और एसपी को नाबालिग को मुक्त कराने के लिए पत्र लिखा है.
सदस्य सचिव ने संबंधित अधिकारियों को बताया कि उन्हें मामले से संबंधित एक शिकायत मिली है. जिसमें इस बात का उल्लेख है कि लापुंग थाना क्षेत्र निवासी संगीता होरा द्वारा ट्रेनिंग और नौकरी दिलाने के नाम पर सिमडेगा और गुमला की तीन नाबालिग लड़कियों को तमिलनाडु के त्रिपुरा स्थित केपीआर कोंटम नामक कंपनी में बंधक बना कर रखा गया है. शिकायत में इस बात का भी उल्लेख है कि उक्त बच्चियों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है.
बच्चियों को बाहर भी नहीं आने दिया जाता है, इसलिए मामले की जांच के बाद उचित कानूनी करते हुए बच्चियों को मुक्त कराया जाये. ज्ञात हो कि हाल में ही गाजीपुर के सैदपुर स्थित ईंट भट्टा में लोहरदगा के कुछ लोगों को बंधक बना कर काम कराने का मामला सामने आ चुका है. घर जाने की बात कहने पर भट्ठा मालिक उन्हें जान से मारने की धमकी देता था और मारपीट करता था. सभी को मुक्त कराने के बाद वहां के एसडीएम ने उन्हें बंधुआ मजदूरी से मुक्त करने का प्रमाण-पत्र भी दिया था.
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