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मंदिर से लाखों की मूर्तियां चोरी

दुस्साहस. आधा दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लेकर की जा रही है पूछताछ मूर्ति बरामदगी के लिए पांच थानों की पुलिस कर रही है छापेमारी मंदिर के व्यवस्थापक ने अज्ञात चोरों पर दर्ज करायी प्राथमिकी हथुआ : स्थानीय थाने के बरी रायभान गांव के मंदिर से अज्ञात चोरों ने राधाकृष्ण व गोपीनाथ की अष्टधातु की […]

दुस्साहस. आधा दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लेकर की जा रही है पूछताछ

मूर्ति बरामदगी के लिए पांच थानों की पुलिस कर रही है छापेमारी
मंदिर के व्यवस्थापक ने अज्ञात चोरों पर दर्ज करायी प्राथमिकी
हथुआ : स्थानीय थाने के बरी रायभान गांव के मंदिर से अज्ञात चोरों ने राधाकृष्ण व गोपीनाथ की अष्टधातु की मूर्ति चोरी कर ली. मूर्ति की कीमत 20 से 25 लाख रुपये बतायी जा रही है. चोरों ने मंदिर के दरवाजे के कुंडी को टेढ़ी कर मूर्ति चुरा लिया. सुबह जब मंदिर की सफाई करने के लिए गये तो मंदिर का दरवाजा खुला हुआ था तथा मंदिर से मूर्ति गायब थी. सूचना पर हथुआ इंस्पेक्टर विमल कुमार पुलिस बल के साथ मंदिर पर पहुंचे तथा इसकी जांच शुरू कर दी. घटना के संबंध में बताया जाता है कि 1925 में स्थापित राधाकृष्ण के मंदिर में पुजारी ललन पांडेय ने आठ बजे रात को ताला लगा कर चले गये.
सुबह में सफाई के लिए मंदिर के व्यवस्थापक के भतीजे नवीन कुमार श्रीवास्तव गये तो दरवाजा खुला था तथा मूर्ति गायब थी. मूर्ति चोरी की खबर सुन कर परिसर में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. इस संबंध में मंदिर के व्यवस्थापक विपिन विहारी श्रीवास्तव ने स्थानीय थाने में अज्ञात चोरों पर प्राथमिकी दर्ज करायी है. मूर्ति को बरामद करने के लिए हथुआ, उचकागांव, मीरगंज, फुलवरिया समेत पांच थानों की पुलिस छापेमारी कर रही है. पुलिस आधा दर्जन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पुलिस इस मामले में फिलहाल कुछ बताने से इन्कार कर रही है. हथुआ इंस्पेक्टर ने बताया कि मूर्ति की बरामदगी के लिए छापेमारी की जा रही है.
1925 में अष्टधातु की मूर्ति की हुई स्थापना : बरी रायभान गांव में राधाकृष्ण व गोपीनाथ भगवान की मूर्ति की स्थापना 1925 में की गयी थी. बिंदेश्वरी प्रसाद द्वारा मंदिर का निर्माण कर स्थापना किया गया था. अष्टधातु की इस मूर्ति की देखरेख व्यवस्थापक विपिन विहारी श्रीवास्तव द्वारा किया जा रहा था. मंदिर में पूजा-पाठ मिर्जापुर गांव के पुजारी ललन पांडेय 25 वर्षों से करते आ रहे हैं. सोमवार की रात आठ बजे भगवान का भोग लगा कर मंदिर का ताला लगाया था. उस समय मंदिर के व्यवस्थापक के सभी सदस्य उपस्थित थे. चोरी हुई मूर्ति को आभूषण से सजाया गया था. चोरों ने मूर्ति के साथ आभूषण भी चोरी कर ली.
हालांकि मंदिर की स्थापना व्यवस्थापक के घर के पास ही हुई थी.
बोले व्यवस्थापक
राधाकृष्ण व गोपीनाथ की अष्टधातु की मूर्ति चोरी हो जाने से भक्तों में मायूसी है. भगवान को भी चोर नहीं छोड़ रहे हैं. हालांकि स्थापना के बाद से गांव के अन्य लोगों द्वारा मंदिर में पूजा-अर्चना की जाती थी.
विपिन बिहारी श्रीवास्तव, व्यवस्थापक
क्या कहते हैं मुखिया
मंदिर से हुई कीमती मूर्ति की चोरी से पंचायत को क्षति हुई है. आसपास के गांव के श्रद्धालु इस मंदिर में मूर्ति की पूजा-अर्चना करने आते थे. हजारों श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र यह मंदिर व मूर्ति थी. प्रशासन पर मूर्ति की बरामदगी के लिए दबाव बनाया जा रहा है.
मदन लाल सिंह, मुखिया
मंदिरों में सुरक्षित नहीं भगवान
गोपालगंज : नेपाल से लेकर जयपुर तक सक्रिय अंतरराष्ट्रीय मूर्ति तस्करों के निशाने पर हैं जिले के ऐतिहासिक मंदिरों के भगवान हैंं. ये भगवान को चोरी करने के लिए अपना नेटवर्क तैयार कर चुके हैं. इन तस्करों के कारण मंदिरों में भगवान सुरक्षित नहीं हैं. भगवान को सुरक्षा दे पाने में पुलिस खुद लाचार हो गयी है.
नगर थाने के बंजारी ऐतिहासिक मंदिर से चोरों ने मूर्तियों की चोरी कर ली, जिसका आज तक पुलिस को सुराग नहीं मिला. यूपी का सीमावर्ती क्षेत्र मूर्ति तस्करों के लिए सेफ जान रहा है. यहां से कई बेशकीमती प्राचीन मूर्तियों की चोरी हो चुकी है. कुछ मामलों में पुलिस को सफलता भी मिली और कुछ मामले आज भी अनसुलझे हैं. भोरे थाना क्षेत्र के लक्षीचक से नीलम पत्थर की भगवान विष्णु की मूर्ति चोरी हो गयी थी. हालांकि बाद में चोरों ने मूर्ति को फेंक दिया था.
बरामद मूर्ति थाने में स्थापित है. जमानतदार के अभाव में आज भी मूर्ति थाने में पड़ी है. वहीं, कटेया के मंदिरों से चोरी की गयी मूर्तियों का अब तक कोई सुराग नहीं मिला. अब कटेया में अष्टधातु की मूर्ति शायद ही किसी मंदिर में देखने को मिल रही है. चर्चित कटेया के वैष्णव मठ से 22 फरवरी, 2001 को मूर्ति चोरों ने महंत श्री श्री 108 श्री रघुनाथ दास जी व अधिकारी रुदल दास को बंधक बनाकर छोटी-बड़ी 22 मूर्तियों की चोरी कर ली थी.
सोहनरिया बाजार स्थिर शिव मंदिर से पार्वती की अष्टधातु की मूर्ति की चोरी कर ली गयी थी. वर्ष 2017 में घूरना कुंड दुर्गा मंदिर से 65 मूर्तियों की चोरी हो गयी थी. इसी बीच अमवा गांव के रानी हीरमति के मंदिर से अष्टधातु की मूर्ति की चोरी कर ली गयी थी, जिसे बाद में पुलिस ने बरामद कर लिया था. जबकि, विजयीपुर थाने के चरखिया मठ से 16 जनवरी, 2017 की रात अपराधियों ने राम-लखन व सीता की मूर्ति चोरी कर ली थी.

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